UP News: यूपी के बरेली से बीते दिनों ससनीखेज वारदात की खबर आई थी. यहां सुभाषनगर थाना इलाके के गांव सनईया धनसिंह में छोटे भाई ने बहन की हत्या कर शव को घर में ही दफन कर दिया था. बुधवार को 18 दिन बाद पुलिस ने आरोपी भाई की निशानदेही पर शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. आरोपी का आपराधिक इतिहास है. वह पहले भी हत्या के मामले में जेल जा चुका है. पुलिस उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर चुकी है.
मालूम हो कि सनईया धनसिंह निवासी तेजराम की बेटी रानी (39 वर्ष) की शादी 20 वर्ष पहले रुद्रपुर के शिव नगर निवासी अलकेश से हुई थी. 15 मार्च को रानी छोटे भाई लखन के घर आई थीं. शाम को वह लापता हो गई थीं. इस पर 17 मार्च को लखन ने सुभाषनगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी थी. इसी कड़ी में पुलिस को रानी के छोटे भाई रामू पर शक हुआ तो उससे पूछताछ शुरु की.
कॉल गर्ल की हत्या के मामले में जेल गया था रामू
पहले रामू पुलिस को उलझाता रहा, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सच्चाई उगल दिया. उसने बताया कि 15 मार्च को रानी उसके घर आई थी. वह बेटी की शादी के लिए रुपये मांग रही थी. उस समय वह शराब के नशे में था. बहन से कुछ तकरार हो गई तो उसने गला दबाकर हत्या कर दी. रामू एक कॉल गर्ल की हत्या के मामले में जेल गया था. तब रानी ने ही उसकी जमानत कराई थी.
घर में नए फर्श से गहराया शक
रामू ने कुछ समय पहले टेंपो खरीदने के लिए रानी से 50 हजार रुपए उधार लिए थे. रानी ने कुछ दिन पहले ही अपनी बेटी शिवानी की शादी तय की थी. इसी सिलसिले में वह मायके आई थीं. रानी के गुमशुदा होने के बाद भाई लखन उसकी तलाश कर रहा था, जबकि रामू के चेहरे पर शिकन तक न थी.
तीन-चार दिन तक उसने किसी को अपने घर आने ही नहीं दिया. वह घर का दरवाजा भी बंद रखने लगा था. लखन रामू के घर गया तो उसने कमरे में नया फर्श देखा. इस बारे में लखन ने पुलिस को सूचना दी. तब उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और मामला खुल गया.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी भाई रामू ने बताया
पुलिस की पूछताछ में रामू ने बताया कि बहन रानी शराब पीती थी. नशे की हालत में इधर-उधर घूमती थी. इस कारण उसकी और परिवार की काफी बदनामी हो रही थी. 15 मार्च को भी बहन ने शराब पी रखी थी. उसने यह भी बताया कि कई बार उसने भी बहन के साथ शराब पी थी. 15 मार्च को भी दोनों शराब के नशे में थे.
सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया
इस संबंध में सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि घर में नए फर्श और आरोपी के आपराधिक इतिहास को देखते हुए शक के आधार पर उससे पूछताछ की गई. इसमें आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. संबंधित धाराओं में चालान कर आरोपी को जेल भेज दिया गया.