हल्द्वानीः दो दिन से कुमाऊं में लगातार हो रही भारी बारिश शुक्रवार को जानलेवा साबित हुई. घरों में मलबा घुसने और गौशाला पर पेड़ गिरने से पिथौरागढ़ और चंपावत जिले में तीन महिलाओं की जहां मौत हो गई, वहीं एक किशोर लापता हो गया. पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में पेट्रोलिंग पर निकला आइटीबीपी जवान व पोर्टर भी लापता हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, सितारगंज के ग्राम कौंचा अशरफ निवासी गुरनाम सिंह चारा काटने के दौरान कैलास नदी में गिर गया. उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है. हल्द्वानी व अल्मोड़ा में नालों में बहने से युवक व बुजुर्ग की मौत हो गई.
आज भी 6 जिलों में स्कूल बंद
भूस्खलन की चपेट में आए रानीखेत के गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय को बंद करना पड़ा है. यहां भर्ती 21 मरीजों को आसपास के स्वास्थ्य केंद्र व निजी अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है. चंपावत, बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़, ऊधम सिंह नगर और उत्तरकाशी जिले के स्कूल शनिवार को भी बंद रहे.
चंपावत जिले में लोहाघाट से 14 किमी दूर ढोरजा गांव की 58 वर्षीय माधवी देवी सुबह गोशाला गई थी. इसी दौरान बांज का पेड़ व मलबा टिनशेड पर गिर गया, उसमें दबकर माधवी की मौत हो गई. दूसरी घटना लोहाघाट से 32 किमी दूर मटियानी गांव के नकेला तोक में हुई. सुबह करीब दस बजे पहाड़ी के ऊपर हुए भूस्खलन का मलबा उमेद सिंह, धूप सिंह, प्रकाश सिंह, मदन सिंह, दीवान सिंह, भवान सिंह, केशव सिंह, हीरा सिंह के मकान में घुस गया.
ग्राम प्रधान अनीता देवी ने बताया कि कुछ लोग मलबे की जद में आ गए. देर शाम 55 वर्षीय शांति देवी का शव निकाला गया. मदन सिंह का 12 वर्षीय बेटा जगदीश सिंह लापता है. पिथौरागढ़ के गणकोट गांव के सैनपटा तोक में भारी बारिश से महेश उपाध्याय के मकान में मलबा घुस गया. अंदर मौजूद 70 वर्षीय देवकी देवी की मलबे में दबकर मौत हो गई.
हल्द्वानी में शनिबाजार रोड पर ई-रिक्शा के पलटकर नहर में गिरने से तीन युवकों की जान पर बन आई. दो लोगों को किसी तरह निकाल लिया गया, लेकिन गौरापड़ाव निवासी रिक्शा चालक रवि आर्य (27 वर्ष) का शव करीब एक किलोमीटर दूर मिला. अल्मोड़ा जिले के धिकालना ग्राम पंचायत में बरसाती नाले में बहने से दान सिंह (73 वर्ष) की मौत हो गई.
पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी और टोपीधूरा के मध्य आइटीबीपी का जवान व एक पोर्टर लापता हो गए हैं. 14वें वाहिनी आइटीबीपी की ओर से बताया गया कि 12 सितंबर की शाम चार बजे जवान अनिल राम (35 वर्ष) और उसके साथ लंबी दूरी की पेट्रोलिंग पर गए पोर्टर विरेंद्र सिंह (40 वर्ष) का अभी तक पता नहीं चल सका है.
बाधित हुई चारधाम यात्रा
पर्वतीय इलाकों में नदी-नाले उफान पर हैं. सौ से अधिक सड़कों पर मलबा आने से आवागमन बाधित हैं. मौसम का असर चारधाम यात्रा पर भी पड़ा. भूस्खलन के चलते सोनप्रयाग से 100 तीर्थयात्री ही केदारनाथ धाम के लिए पैदल रवाना किए जा सके. सुरक्षा के मद्देनजर लगभग 2,400 तीर्थयात्री सोनप्रयाग में रोके गए.
हेली सेवा से भी दो चक्कर में 10 यात्री ही भेजे जा सके. गंगोत्री हाईवे बंदरकोट के पास बंद है. चमोली जिले में कमेड़ा के पास अवरुद्ध बदरीनाथ हाईवे 24 घंटे बाद खुला. इसके बाद हाईवे के दोनों तरफ फंसे 2,500 से अधिक यात्रियों को रवाना किया गया.
आज वर्षा से राहत की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले चार दिन प्रदेश के किसी भी जिले में रेड और ऑरेंज अलर्ट नहीं है. शनिवार और रविवार को प्रदेशभर में वर्षा से राहत की संभावना है.
कुमाऊं मंडल में ही नैनीताल, चंपावत, ऊधम सिंह नगर में कहीं-कहीं वर्षा के एक से दो दौर हो सकते हैं. इन तीन जनपदों में यलो अलर्ट जारी किया गया है. चंपावत, नैनीताल, ऊधम सिंह नगर, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली व उत्तरकाशी जिले में शनिवार को भी 12वीं तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे.