इस्लामाबादः पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने गुरुवार को फवाद चौधरी के खिलाफ अवमानना के एक केस में जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. इससे पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री और पीटीआई नेता फवाद चौधरी की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
पाकिस्तान के अखबार डॉन की खबर के अनुसार, फवाद चौधरी के ऊपर चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ अभद्र भाषा और अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है. इसी मामले में फवाद चौधरी लगातार अदालत में पेश नहीं हो रहे थे, जिसके बाद सिंध से सांसद निसार अहमद दुर्रानी की अध्यक्षता वाली आयोग की चार सदस्यीय पीठ ने चौधरी के खिलाफ वारंट जारी किया.
आयोग की पीठ ने फवाद चौधरी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान के खिलाफ अवमानना के मामलों की सुनवाई फिर से शुरू कर दी है.
हाई कोर्ट में व्यस्त हैं इमरान खान के वकील
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, एक जूनियर वकील ने पीठ को बताया कि उनके पास पावर ऑफ अटॉर्नी है, क्योंकि इमरान खान के वकील इस्लामाबाद हाई कोर्ट में व्यस्त हैं. इसपर चुनाव आयोग ने पूछा कि फवाद चौधरी या उनके वकील कहां हैं?
कहां हैं फवाद चौधरी? पीठ
पीठ ने कहा कि क्योंकि फवाद चौधरी जेल में नहीं हैं, इसलिए हम उनके लिए वारंट जारी कर रहे हैं. वकील की उपस्थिति से छूट दी जाएगी, लेकिन फवाद चौधरी कहां हैं. इसके साथ ही पीठ ने चौधरी की गिरफ्तारी का वारंट जारी करते हुए सुनवाई 7 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी.