BJP Candidates List: शनिवार की शाम भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में बीजेपी ने जातीय समीकरण पर विशेष फोकस किया है. लिस्ट में महिलाएं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी सभी के नाम दिख रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करते हुए कैसे जातीय समीकरण को साधने की कोशिश की है.
तीन दिग्गज नेताओं का भी नाम शामिल
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव की पहली लिस्ट में 195 उम्मीदवारों के नामों को ऐलान किया है. लिस्ट में 34 सांसदों के टिकट को काट दिया गया है 34 नए चेहरों को जगह दी गई है. वहीं, तीन दिग्गज नेताओं को भी मैदान में उतारा है. जिसमें पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का नाम है. पीएम मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी से, गृह मंत्री अमित शाह फिर से गुजरात के गांधीनगर से और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बार फिर लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
बीजेपी का जातीय समीकरण
बीते शनिवार को बीजेपी ने 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश के 195 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है. इसमें बीजेपी ने जातीय समीकरण पर विशेष फोकस किया है. बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट में 28 महिलाएं, 57 ओबीसी, 27 अनुसूचित जाति और 18 अनुसूचित जनजाति के कैंडिडेट हैं. लिस्ट में 50 साल उम्र वाले 47 उम्मीदवारों के नाम भी शामिल हैं.
ओबीसी पर विशेष फोकस
गौरतलब है कि ओबीसी का जनाधार ज्यादा है. ऐसे में बीजेपी ने इसका विशेष ख्याल रखा है और अपनी पहली लिस्ट में सबसे ज्यादा ओबीसी उम्मीदवारों को टिकट दिया है. बता दें कि 195 उम्मीदवारों में बीजेपी ने 57 ओबीसी से वर्ग से उम्मीदवार उतारें हैं. बीजेपी के ओबीसी उम्मीदवारों में खुद पीएम मोदी समेत राजेश वर्मा, घनश्याम लोधी, परमेश्वर लाल सैनी, राजवीर सिंह, रेखा वर्मा, साक्षी महाराज, साध्वी निरंजन ज्योति और राहुल लोधी का नाम शामिल है.
SC वोटों पर भी फोकस
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदावारों की पहली लिस्ट में जातीय समीकरण पर विशेष फोकस किया है. बीजेपी ने अनुसूचित जाति के वोटों पर भी फोकस किया है. अगर बात करें पहले लिस्ट में जारी अनुसूचित जाति से आने वाले उम्मीदवारों की तो उसमें कृपानाथ मल्लाह, कमलेश जांगड़े, विनोदभाई लखमाशी चावड़ा, दिनेशभाई कोडरभाई मकवाना, अजय टम्टा, भोला सिंह, ओम कुमार, सत्यपाल सिंह बघेल, सौमित्र और प्रिया साहा जैसे कई उम्मीदवारों का नाम शामिल है. यानी कुल मिलाकर बीजेपी ने अनुसूचित जाति के लोगों को भी मौका दिया है कि सांसदी का चुनाव जीतें और देश की संसद में अपने क्षेत्र और वर्ग प्रतिनिधित्व करें.
जनजातीय वोटों पर भी फोकस
बताते चले की बीजेपी ने हर उम्मीदवारों की लिस्ट में हर वर्ग का ख्याल रखा है. बीजेपी अनुसूचित जनजाति के वोटर्स को भी साधने की कोशिश की है. अनुसूचित जनजाति के वोटर्स को साधने के लिए बीजेपी ने महेश कश्यप, अमर सिंग टिस्सो, राधेश्याम राठिया, चिंतामणि महाराज, भोलाराज नाग, जसवंत सिंह भामोर, प्रभुभाई नागरभाई वसावा, मनोज तिग्गा, ताला मरांडी, सुनील सोरेन, गीता कोड़ा, समीर उरांव, हिमाद्री सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते, अनीता नागर सिंह चौहान, महेंद्र मालवीय और मन्नालाल रावत को चुनावी अखाड़े में उतारा है.
महिलाओं को भी मिला मौका
बीजेपी ने पहली लिस्ट में महिला वोटरों को भी साधने की कोशिश की है. बीजेपी शुरू से ही महिलाओं की प्रतिनिधित्व करती रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने 28 महिला उम्मीदवारों को भी चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी ने बांसुरी स्वराज, शोभा सुरेंद्रन, संध्या राय, लता वानखेड़े, ज्योति मिर्धा, कमलजीत सहरावत, अन्नपूर्णा देवी, हेमा मालिनी, रेखा वर्मा और प्रिया साहा आदि को टिकट दिया है. यानी कुल मिलाकर बीजेपी अपने पहले लिस्ट में हर वर्ग को साधने की कोशिश की है.
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