Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय नजर आ रही हैं. चुनाव में जीत के लिए पार्टियों द्वारा रणनीति बनाई जा रही है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी पूरी मजबूती के साथ चुनाव-प्रचार में लग गई है. लोकसभा चुनाव 2024 बीजेपी के लिए बहुत अहम रहने वाला है. चुनाव में जीत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह समेत तमाम दिग्गज रणनीति बनाने में लग गए हैं. आइए जानते हैं बीजेपी का पूरा प्लान…
350+ सीटों का लक्ष्य
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी मोदी सरकार की उपलब्धियों और उसके विकास के एजेंडे को जनता के सामने उजागर करने के लिए कल्याणकारी योजना के लाभार्थियों को लक्ष्य बनाएगी और उनका ध्यान इन मुद्दों पर केंद्रित करेगी. बीजेपी 2024 का चुनाव अगर जीतती है तो न सिर्फ चुनाव जीतकर केंद्र में हैट्रिक लगाएगी. बल्कि इससे यह स्पष्ट संदेश जाएगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जनता ने स्पष्ट तौर पर अपना विश्ववास जताया है. बता दें कि बीजेपी ने इस बार होने वाले आम चुनाव में 350 से अधिक लोकसभा सीटों का लक्ष्य रखा है.
अबकी बार 400 पार
आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी अकेले 38 फीसदी वोट हासिल कर 303 सीटों पर जीती थी. साथ ही एनडीए सहयोगियों के साथ मिलकर कुल 352 सीटें आई थी. वहीं, इस बार बीजेपी ने 350 प्लस का लक्ष्य रखा है. ऐसे में अगर बीजेपी अकेले के दम 350 प्लस सीट हासिल करती है तो एनडीए सहयोगियों के साथ मिलकर आगामी आम चुनाव में उसकी सीटों की संख्या 400 के आसपास पहुंच जाएगी.
बीजेपी ने तय की रणनीति
आपको बता दें कि इस बार बीजेपी पिछले चुनाव के मुकाबले 12 करोड़ ज्यादा वोट हासिल करने का लक्ष्य बनाया है. एक तरफ पार्टी द्वारा जहां 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली 303 सीटों पर पूरा फोकस किया जा रहा है तो वहीं, दूसरी तरफ देश की 160 ‘कमजोर सीटों’ पर भी खास तैयारी की जा रही है.
इन सीटों पर विशेष फोकस
केंद्र में लगातार तीसरी बार अपनी सरकार बनाने के लिए BJP ने एक साल से अधिक समय पहले 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी. एक तरफ पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली 303 सीटों पर पूरा फोकस कर रही है, वहीं दूसरी तरफ देश की 160 ‘कमजोर सीटों’ पर भी खास तैयारी कर रही है. भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि यदि वे अपने कमजोर या हारी सीटों पर पहले ही कैंडिडेट तय कर देगी तो उसकी स्थिति मजबूत करने के लिए उम्मीदवार को भरपूर समय मिलेगा. बता दें कि इन 160 सीटों में ज्यादातर सीटें दक्षिण और पूर्वी भारत की हैं. इन 160 लोकसभा सीटों में सोनिया गांधी की रायबरेली, अखिलेश यादव के परिवार का गढ़ मैनपुरी, शरद पवार के परिवार का गढ़ बारामती की सीटें भी शामिल हैं. जहां बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव में जीत नहीं पाई थी.
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