Chandigarh Mayor Election: केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. इस चुनाव में बीजेपी ने बाजी मारी है. भाजपा की उम्मीदवार हरप्रीत कौर बबला चुनाव जीतकर चंडीगढ़ की मेयर बन गई हैं. जानकारी के अनुसार, मेयर चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को 19 मत मिले. क्रॉस वोटिंग के चलते हरप्रीत कौर बबला मेयर चुनी गईं है.
चंडीगढ़ में महापौर, वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर के पदों के लिए चुनाव आज (30 जनवरी) को होना तय था. PTI के अनुसार, चंडीगढ़ नगर निगम में भाजपा सदस्यों की संख्या 16 हो गई थी. नगर निगम में कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 6 और आम आदमी पार्टी के पार्षदों की संख्या 13 थी. इसके अलावा चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी को भी नगर निगम के पदेन सदस्य के तौर पर मतदान करने का अधिकार प्राप्त था. आप और कांग्रेस ने गठबंधन के तहत मेयर का चुनाव लड़ा था.
दरअसल, आप और कांग्रेस में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के कई दावेदार थे. चूंकि, वोटिंग सीक्रेट बैलेट के जरिए होनी थी, ऐसे में अगर तीन पार्षदों क्रॉस वोटिंग कर देते तो बीजेपी के वोट 19 और कांग्रेस-आप के 17 वोट ही रह जाते. क्रॉस वोटिंग की जगह अगर बैलेट पेपर पर निशान लगाकर वोट को इनवैलिड कर दिया जाता, तो भी आप-कांग्रेस का खेल बिगड़ सकता था. ऐसी सूरत में सिर्फ मेयर नहीं, बल्कि बाकी दो पदों पर भी गठबंधन की मुश्किलें बढ़ सकती थी. जानकारी के अनुसार, क्रॉस वोटिंग के चलते ही भाजपा की हरप्रीत कौर बबला मेयर चुनी गईं है. मालूम हो कि हरप्रीत चंडीगढ़ के वार्ड नंबर-10 की पार्षद हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्त किया था पर्यवेक्षक
पिछली बार चुनाव में हुए विवाद को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) जयश्री ठाकुर को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए स्वतंत्र पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. कोर्ट ने मेयर चुनाव की कार्यवाही पर्यवेक्षक की उपस्थिति में करने को कहा था और साथ ही चुनाव की वीडियोग्राफी कराने को भी कहा था.