CM Yogi News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समय विधानसभा को संबोधित कर रहे हैं. विधानसभा में बजट चर्चा का जवाब देते हुए चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने पर बधाई दी. वहीं, इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. आइए जानते हैं विधानसभा में क्या बोले सीएम योगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि, मै सोच रहा था जब बजट पर नेता विरोधी दल बोलेंगे तो चौधरी साहब पर बोलेंगे, लेकिन बिगड़ी बात बने नहीं, लाख करोकिन कोय, रहिमन फाटे दूध को मथे न माखन होये. इनकी स्थिति ये हो गयी है, कोई साथ नही आ रहा. क्योंकि सब जानते है कि ये कब किसको धोखा दे दें.
राम को साक्षी मानकर पेश किया बजट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव, एमएस स्वामीनाथन, कर्पूरी ठाकुर और लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के केंद्र के फैसले का स्वागत भी किया. सीएम योगी ने कहा कि 2017 में बजट पेश किया तब भी भगवान राम को साक्षी मानकर बजट पेश किया था, आज जब बजट पेश कर रहे हैं तब अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनकर तैयार है. ये बजट भी भगवान राम को ही समर्पित है. अमृतकाल के पहले बजट में राम राज्य की अवधारणा को साकार करने का कार्य किया गया है.
विकसित अर्थव्यवस्था पर फोकस
उन्होंने कहा कि, 2017 में हमने पहला बजट मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को साक्षी बनाकर प्रस्तुत किया. आज जब हमने आठवा बजट पेश किया तो रामलला को हमने विराजमान कर दिया, और बजट भी उनके चरणों में समर्पित है. अमृत काल के पहले बजट में रामराज्य के अवधारणाओ को समावेश करने का प्रयास हुआ है बजट ने उत्तर प्रदेश को समृद्ध बनाने का प्रयास किया गया है. बजट में अंत्योदय से विकसित अर्थव्यवस्था तक के प्रयास है. कृषि कल्याण से लेकर गरीब तक स्वास्थ्य स्वावलंबन, महिला सशक्तिकरण करने का संकल्प है.
पहली बार पेश हुआ इतना बड़ा बजट
सीएम योगी ने आगे कहा कि विपक्ष को बजट के आकार से हो सकता है कि परेशानी होगी. क्योंकि देश में पहली बार 7 लाख 36 हजार करोड़ का बजट पेश किया गया है. पिछले साल की तुलना में सात फीसदी की वृद्धि के साथ ये बजट पेश किया गया है. यूपी की शिक्षा, स्वास्थ्य और टेक्नोलॉजी को कैसे मजबूत कर सकें, आम लोगों के जीवन स्तर को उठाने के संकल्प के साथ ये बजट पेश किया गया है. यूपी की जीडीपी 2016-17 की तुलना में पिछले सात वर्ष के दौरान हमारी सरकार जीडीपी को दोगुना करने में सफल रही है. 2017 तक यूपी की कुल जीडीपी 12 और 13 लाख तक ही थी. जितना काम करने के लिए 70 साल लग गए, उतना हमने सात साल में ही दोगुना कर दिया. 2017 में छठवीं अर्थव्यवस्था थी, लेकिन आज उत्तर प्रदेश देश में नंबर दो की अर्थव्यवस्था है.