Jammu Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू कश्मीर में करीब 10 साल बाद चुनाव हो रहे हैं. इस विधानसभा चुनाव के लिए एक चरण की वोटिंग हो चुकी है और 2 चरणों की वोटिंग बाकी है. इस विधानसभा चुनाव के दौरान पाकिस्तान एक बार फिर से बड़ा मुद्दा बन गया है.
दरअसल, पाकिस्तान के रक्षामंत्री ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने माहौल को और गर्म कर दिया है. पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने जम्मू कश्मीर में हो रहेे चुनाव के बीच में कहा कि अगर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस सत्ता में आती है तो कश्मीर में अनुच्छेद 370 वापस हो सकता है. इस पूरे मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस दोनों पार्टियों पर जमकर हमला बोला है. इससे पहले आपको बताते हैं कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान क्या है?
क्या बोले पाकिस्तानी रक्षा मंत्री?
रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि आर्टिकल 370 पर पाकिस्तान कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के समर्थन में हैं. कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी हो सकती है. ऐसा तभी हो सकेगा जब कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में सत्ता में वापस आ जाएं. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का कहना है कि ये दोनों दल सत्ता में आ सकते हैं ऐसे में उम्मीद है कि अनुच्छेद 370 की वापसी हो जाएगी.
अमित शाह ने कांग्रेस और एनसी पर साधा निशाना
इस प्रकरण पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का वक्तव्य सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का आर्टिकल 370 और 35A पर कांग्रेस और JKNC के समर्थन की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज कर दिया है. इस बयान ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी. पिछले कुछ वर्षों से राहुल गाँधी देशवासियों की भावनाओं को आहत करते हुए हर एक भारत विरोधी ताकतों के साथ खड़े रहे हैं.
वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि चाहे एयर स्ट्राइक व सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगने हों, या भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक बातें करना हो, राहुल गाँधी की कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं और कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी शक्तियों के साथ रहा है. हालांकि, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान यह भूल जाते हैं कि केंद्र में मोदी सरकार है, इसलिए कश्मीर में न तो आर्टिकल 370 वापस आने वाला है और न ही आतंकवाद.
यह भी पढ़ें: Indian Embassy US: अमेरिका में भारतीय दूतावास में मिला शख्स का शव, जांच में जुटी पुलिस