Delhi Election 2025 Schedule Live Updates: आज 7 जनवरी को चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे. चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है.
एक ही चरण में होगी वोटिंग
बता दें कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा. चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि दिल्ली में कुल वोटरों की संख्या एक करोड़ 55 लाख है, जिसमें 83 लाख से ज्यादा पुरुष मतदाता हैं. वहीं महिला मतदाता 71 लाख 73 हजार 952 हैं.
राजीव कुमार ने वोटर्स से की ये अपील
चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मेरी सभी वोटर्स से अपील है कि वो लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेते रहें. 2024 में 8 राज्यों विधानसभा और लोकसभा चुनाव हुए. हम 99 करोड़ वोटर्स होने वाले हैं. ये खुशी की बात है. उन्होंने कहा कि नए साल में पहला चुनाव राजधानी दिल्ली में है. पूरा देश यहां से रिप्रजेंट होता है. हर क्षेत्र के लोग यहां मिलते हैं. दिल्ली इस बार भी दिल से वोट करेगी.
राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के दौरान कई तरह के आरोप लगते हैं. लोग कहते हैं कि वोटर लिस्ट से नाम कट जाता है. काउंटिंग स्लो कर दी जाती है. आज इन सभी सवालों की इज्जत करते हुए जवाब देंगे. हम वोटर लिस्ट और EVM पर उठ रहे सवाल का जवाब देते हैं. चुनाव आयोग पर कई तरह के आरोप लगते हैं. आरोप लगता है कि किसी विधानसभा में 50 हजार वोटर बढ़ा दिए गए. वोटर टर्नआउट 5 बजे के बाद कैसे बढ़ गया. मैं इसका जवाब देना चाहता हूं. लिस्ट से वोटर हटाने में पूरी प्रक्रिया का पालन होता है. इसके बारे में सभी को जानकारी मिल सकती है.
शायराना अंदाज में राजीव कुमार ने कही ये बात
राजीव कुमार ने शायरना अंदाज में कहा, “सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है, आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, आज तो रू-ब-रू भी बनता है क्या पता हम कल हो न हो, आज जवाब तो बनता है”.
EVM पर उठ रहे सवाल पर राजीव कुमार ने क्या कहा
EVM पर उठ रहे सवाल पर राजीव कुमार ने कहा कि बैट्री उसी दिन सील होती है. जिस दिन पोलिंग डे होगा उस दिन सील तोड़ी जाएगी. सुबह में मॉकपोल होती है. दिन भर रिकॉड होता है कौन आया कौन गया. ईवीएम को वापस स्टोर रूम में लाया गया. फॉर्म 17 सी से अगर मिलेगा तभी गिनती शुरू होती है. ईवीएम किसी भी तरह से हैक नहीं हो सकता है. चुनाव से सात से आठ दिन पहले EVM तैयार हो जाता है. EVM चुनाव का सबसे सुरक्षित तरीका है. गिनती से पहले हर EVM की सील चेक होती है. राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम में अवैध वोट डालने की संभावना नहीं है. ईवीएम फुलप्रूफ डिवाइस है. इसे मतदान के बाद सील कर दिया जाता है और इसमें वायरस नहीं जा सकता.