Lok Sabha Election 2024: चुनाव आयोग लेगा पाई-पाई का हिसाब, समोसे से हेलीकॉप्टर तक की होगी रेट लिस्ट

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव नजदीक है. चुनाव आयोग की तरफ से जल्द ही तारीखों का ऐलान हो जाएगा. चुनाव आयोग सकुशल चुनाव कराने के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियों की तैयारी पर चुनाव आयोग की पैनी नजर है. इस बीच चुनाव आयोग की तरफ से एक और खबर सामने निकल कर आ रही है. बताया जा रहा है कि प्रत्याशियों की तरफ से प्रचार के लिए इस्तेमाल होने वाली चीजों के रेट तय किए जा रहे हैं. इसके तहत चुनाव आयोग प्रत्याशियों द्वारा प्रचार में खर्च होने वाले हर चीज का हिसाब लेगा.

इन चीजों की जारी होगी रेट लिस्ट

दरअसल, चुनाव फेयर हों इसके लिए चुनाव आयोग हर संभव कोशिश कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, जिला निर्वाचन अधिकारियों को राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों की तरफ से चुनाव प्रचार में इस्तेमाल की जाने वाली चीजों के दाम की लिस्ट तैयार करने को कहा है. इसमें समोसे, भोजन की थाली, साउंड सिस्टम, हेलीकाप्टर, टेंपो, कार्यकर्ताओं के रहने का इंतजाम और अन्य गाड़ियों तक का किराया शामिल है. जिसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से रेट तय की जा रही है.

राजनीतिक पार्टियों से चर्चा के बाद तय होगा रेट

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव प्रचार में उपयोग होने वाली सभी चीजों के रेट का निर्धारण पॉलिटिकल पार्टियों के साथ चर्चा के बाद ही किया जाए. चुनाव मैदान में उतरने वाले हर उम्मीदवार के खर्च का आकलन भी इन्हीं दरों के बेस पर किया जाए. जिससे चुनाव मैदान में उतरने वाले हर उम्मीदवार के खर्च का आकलन भी इन्हीं दरों के बेस पर किया जाए. ताकि चुनाव पार्दर्शिता के साथ हो सके.

जानिए रेट

सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग के निर्देश के बाद कुछ जिलों में इलेक्शन कैंपेन में इस्तेमाल होने चीजों की दरें तय भी कर दी हैं. बताया जा रहा है कि गौतमबुद्धनगर के जिला निर्वाचन अधिकारी ने 280 चीजों की लिस्ट जारी की है, जो चुनाव प्रचार में शामिल होती हैं. एक समोसे की कीमत 10 रुपये और एक थाली का दाम सौ रुपये तय किया है. इसके अलावा हेलीकाप्टर के इस्तेमाल को प्रत्याशी के खर्च में 2.30 लाख रुपये गिना जाएगा. वहीं, एक ड्रोन के लिए 16 हजार रुपये चुनाव खर्च में जोड़े जाएंगे. हालांकि, इसको लेकर अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.

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