‘कांग्रेस की एक नीति ‘बांटो और राज करो’, सैम पित्रोदा के बयान पर सीएम योगी की प्रतिक्रिया

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कल एक और विवादित बयान देकर एक नया विवाद छेड़ दिया. उन्होंने भारतीयों के खिलाफ नस्लीय बयान दिया था. इसके बाद देश में एक नया विवाद खड़ा हो गया.

बीजेपी ने सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस को घेरने का काम किया. इन सब के बीच उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का भी रिएक्शन इस मामले पर सामने आया है. सीएम योगी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये बयान कांग्रेस की ‘बांटों और राज करो’ की नीति का हिस्सा है.

जानिए क्या बोेले सीएम योगी?

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे कांग्रेस के बुद्धिदाता हैं तो स्वाभाविक रूप से कांग्रेस की ‘बांटों और राज करो’ की जो नीति है उसी को सैम पित्रौदा आज बया कर रहे हैं. देश को 1947 में बांटने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि आजादी के बाद भी जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर देश को बांटने का पाप कांग्रेस ने किया है. सैम पित्रौदा का ये बयान अत्यंत निंदनीय है और कांग्रेस पार्टी को स्वयं के उन कृत्यों के लिए, जो आज वो सैम पित्रौदा के मुंह से बुलवा रही है, देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि ये कांग्रेस की खतरनाक मंशा को दिखाता है. ये बयान भारत जैसे सनातन देश के 140 करोड़ भारतवासियों को अपमानित करने वाला है.

सैम पित्रोदा ने दिया इस्तीफा

सैम पित्रोदा के विवादित बयान के बाद देश की राजनीति में एक अलग बहस छिड़ गई. बुधवार शाम सैम पित्रोदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. सैम पित्रोदा के इस्तीफा की जानकारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी. उन्होंने लिखा, “सैम पित्रोदा ने अपनी मर्ज़ी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है. कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है.”

यह भी पढ़ें: बीएसपी ने जारी की प्रत्याशियों की एक और लिस्ट, देवरिया से इनको मिला टिकट

Latest News

वाराणसी में 356 ग्रामीण पुस्तकालय खोलकर शिक्षा की रोशनी फैला रही योगी सरकार

Varanasi: योगी सरकार वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में भी विद्यार्थियों की पढ़ाई की चुनौतियों को ख़त्म कर रही है।...

More Articles Like This

Exit mobile version