Dr Harsh Vardhan Letter: लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों का दौर जारी है. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने 195 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. कल यानी शनिवार को बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. इन सब के बीच राजधानी दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने राजनीति से संन्यास का एलान कर दिया है. इस बात की जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी.
जानकारी दें कि गौतम गंभीर और जयंत सिन्हा ने बीजेपी की लिस्ट आने से पहले ही खुद को सक्रिय राजनीति से अलग करने का आग्रह किया था. वहीं, अब बीजेपी की पहली सूची आने के बाद डॉ. हर्षवर्धन ने भी सक्रिय राजनीति से खुद को अलग कर लिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबा चौड़ा लेख लिखा. उन्होंने लिखा, “तीस साल से अधिक के शानदार चुनावी करियर के बाद, जिसके दौरान मैंने सभी पांच विधानसभा और दो संसदीय चुनाव लड़े, जो मैंने अनुकरणीय अंतर से जीते, और पार्टी संगठन और राज्य और केंद्र की सरकारों में कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया. अपनी जड़ों की ओर लौटने के लिए नमन.”
After over thirty years of a glorious electoral career, during which I won all the five assembly and two parliamentary elections that I fought with exemplary margins, and held a multitude of prestigious positions in the party organisation and the governments at the state and…
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) March 3, 2024
डॉ. हर्षवर्धन ने आगे लिखा कि पचास साल पहले जब मैंने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की इच्छा के साथ जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर में एमबीबीएस में प्रवेश लिया तो मानव जाति की सेवा ही मेरा आदर्श वाक्य था. दिल से एक स्वयंसेवक, मैं हमेशा पंक्ति में अंतिम व्यक्ति की सेवा करने के प्रयास के दीन दयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय दर्शन का उत्साही प्रशंसक रहा हूं. तत्कालीन आरएसएस नेतृत्व के आग्रह पर मैं चुनावी मैदान में कूदा. वे मुझे केवल इसलिए मना सके क्योंकि मेरे लिए राजनीति का मतलब हमारे तीन मुख्य शत्रुओं – गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ने का अवसर था.
देशवासियों का देखभाल करने का दुर्लभ अवसर मिला
डॉ. हर्षवर्धन ने आगे लिखा, “बिना किसी पश्चाताप के, मुझे कहना होगा कि यह एक अद्भुत पारी रही जिसके दौरान आम आदमी की सेवा करने का मेरा जुनून शांत हो गया. मैंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ दो बार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्य किया, यह विषय मेरे दिल के करीब है. मुझे पहले पोलियो मुक्त भारत बनाने की दिशा में काम करने और फिर उसके पहले और दूसरे चरण के दौरान खतरनाक सीओवीआईडी -19 से जूझ रहे हमारे लाखों देशवासियों के स्वास्थ्य की देखभाल करने का दुर्लभ अवसर मिला.
मानव जाति के लंबे इतिहास में, केवल कुछ ही लोगों को गंभीर खतरे के घंटों में अपने लोगों की रक्षा करने का विशेषाधिकार दिया गया है! और मैं गर्व से दावा कर सकता हूं कि मैंने जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ा, बल्कि इसका स्वागत किया. माँ भारती के प्रति मेरी कृतज्ञता, मेरे साथी नागरिकों के प्रति मेरी श्रद्धा और हमारे संविधान में निहित मूल्यों के प्रति मेरी श्रद्धा. और हाँ, वह सबसे बड़ा सौभाग्य था जो भगवान श्री राम ने मुझे दिया, मानव जीवन को बचाने में सक्षम होने का सौभाग्य रहा!!