Maharashtra Assembly Elections 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने रविवार को महाराष्ट्र चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) का संकल्प पत्र जारी कर दिया. बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में किसानों का कर्ज माफ करने, महिलाओं को 2100 रुपए प्रतिमाह देने, 25 लाख नौकरियों और किसानों के लिए भावांतर योजना जैसे वादे किए हैं.
संकल्प पत्र में महिलाओं, किसानों और युवाओं पर फोकस
भाजपा ने संकल्प पत्र में किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया है. साथ ही महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपए देने, वृद्धा पेंशन योजना के अंतर्गत 1,500 के बजाय 2,100 रुपए देने और महाराष्ट्र में 25 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया गया. पार्टी ने 2028 तक महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है.
भाजपाचे महाराष्ट्रासाठी संकल्प पत्र 🪷#BJPSankalp4Maharashtra pic.twitter.com/39TsIxc89m
— भाजपा महाराष्ट्र (@BJP4Maharashtra) November 10, 2024
भाजपा जो कहती है पूरा करती है- देवेंद्र फडणवीस
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मुंबई में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी का ‘संकल्प पत्र’ जारी कर दिया है. इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा का यह संकल्प पत्र भारत और महाराष्ट्र के विकास का रोडमैप है. भाजपा जो कहती है, उसको पूरा भी करती है.
हमारा संकल्प पत्र पत्थर पर खींची लकीर है- अमित शाह
संकल्प पत्र जारी करने के दौरान अमित शाह ने महाविकास अघाड़ी को घेरते हुए उनके नेताओं पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बनावटी मुद्दे, लंबे समय तक नहीं टिकते, उनकी चुनावी घोषणाएं लालच के लिए हैं. वहीं, भाजपा का घोषणा पत्र को लोगों की उम्मीदों का संकल्प है. हमारा संकल्प पत्र पत्थर पर खींची लकीर है.
गृह मंत्री ने कहा, ‘कोई नहीं मानता था कि धारा 370 समाप्त हो जाएगी. लेकिन आज धारा 370 को समाप्त करने का काम एनडीए सरकार ने किया है. हमने समृद्ध भारत का वादा किया था. 10 साल के अंदर ही हमने देश के अर्थतंत्र को पांचवें नंबर पर पहुंचा दिया. हमारा वादा है कि 2027 में हम भारत को तीसरे नंबर का अर्थतंत्र बनाएंगे.’
श्रीशाह ने कहा, ‘हमने 7 करोड़ गरीबों को घर, बिजली, गैस, शौचालय, पीने का पानी, मुफ्त अनाज और मुफ्त इलाज दिया है. दूसरी ओर अघाड़ी है, कांग्रेस के अध्यक्ष को कहना पड़ता है कि कांग्रेस जो भी वादा करे थोड़ा सोच-समझकर करे क्योंकि वादा पूरा नहीं करते हो और मुझे जवाब देना पड़ता है. हमारे सामने हिमाचल, तेलंगाना और कर्नाटक का उदाहरण है.’
20 नवंबर को होगा चुनाव