MP Election 2023: बीते 17 नवंबर दिन शुक्रवार को मतदान की प्रकिया संपन्न हो गई. चुनाव आयोग व जिला प्रशासन ने स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन को सुरक्षित तरीके से जमा करा दिया है. बता दें कि थ्री लेयर की सुरक्षा के बीच ईवीएम मशीनों को रखा गया है. इसके अलावा राजनीतिक पार्टियां भी स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा देगी.
मतदान का टूटा रिकार्ड
बता दें कि बीते 17 नवंबर को मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न हुआ. इस बार प्रदेश में रिकॉर्ड 76.22 फीसदी मतदान हुआ. जो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है. मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. अब प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला यानी मतगणना 3 दिसंबर को होगी. जिसका इंतजार प्रदेश की जनता से लेकर नेताओं को बेसब्री से है.
थ्री लेयर सुरक्षा में EVM
चुनाव आयोग और जिला प्रशासन ने मतदान संपन्न होने के बाद से सभी ईवीएम और वीवीपैट मशीन को स्ट्रांग रूम में देर रात तक सुरक्षित पहुंचाई. ईवीएम मशीनों को तीन लेयर की सुरक्षा में रखा गया है. बता दें कि सीसीटीवी कैमरे के अलावा सेंट्रल फोर्स, सीआरपीएफ, सीएपीएफ और स्थानीय प्रशासन के जिम्मे ईवीएम की सुरक्षा है.
राजनीतिक पार्टियां भी रखेंगी नजर
ज्ञात हो कि ईवीएम मशीनों की सुरक्षा पर प्रशासन का पूरा फोकस है, लेकिन ईवीएम मशीन की सुरक्षा को लेकर न सिर्फ प्रशासन बल्कि राजनीतिक पार्टियां भी चिंतित है. बताया जा रहा है कि पॉलिटिकल पार्टियां भी स्ट्रांग रूम के बाहर पहरा देगी. स्ट्रांग रूम की वेबकास्टिंग सभी जिलों में की गई है. निर्वाचन आयोग से जुड़े अधिकारी/कर्मचारी हो स्ट्रांग के केम्पस में जा सकेंगे.
गौरतलब है कि इस बार मध्य प्रदेश में रिकार्ड मतदान हुआ है. मतदान की प्रतिशत ने राजनीतिक दलों की धड़कनें बढ़ा दी है. क्योंकि 3 दशकों की बात की जाए तो जब जब मतदान 5 फीसदी बढ़ा है, तब-तब प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है. हालांकि ये तो अब 3 दिसंबर को ही पता चलेगा.
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