Rajasthan Chunav 2023: बीते शनिवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव की 199 सीटों पर वोटिंग हो गई है. चुनाव आयोग के अनुसार इस बार राजस्थान में 74.96 प्रतिशत मतदान हुआ है. इस बार राजस्थान में जबरदस्त वोटिंग हुई है. वोटिंग परसेंटेज के मुताबिक बताया जा रहा है कि इस बार बीते 20 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. ऐसे में इस बार रिकॉर्ड तोड़ मतदान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. बीते पांच चुनाव के आकड़ों के मुताबिक बीजेपी अपने पक्ष में बता रही है तो वहीें, कांग्रेस मिथ तोड़ने की उम्मीद जता रही है.
किस ओर बैठेगा ऊंट?
बढ़े हुए मतदान प्रतिशत के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार राजस्थान में ऊंट किस ओर बैठगा, राजस्थान की सत्ता किसे हासिल होगी, राजस्थान में मोदी मैजिक चलेगा या फिर गहलोत की जादूगरी. हालांकि, यह 3 दिसंबर को ही मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगा कि राजस्थान में किसकी सरकार बनेगी. आइए जानते हैं कि बीते 5 चुनावों में में कैसे अलग-अलग चुनाव में मतदान बढ़ा और घटा और कब किसकी सत्ता आई.
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में 74 फीसदी वोटिंग हुई है. करीब 5 करोड़ 25 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, 1,800 से ज्यादा प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम मशीन में बंद हो गया है. अब इंतजार है तो 3 दिसंबर का, जिसमें तय होगा कि राजस्थान के वोटर्स ने किस पर भरोसा किया है.
जानिए क्या कहते हैं पिछले आकड़ें
ज्ञात हो कि पिछले 5 विधानसभा चुनाव से राजस्थान में हर पांच साल पर सरकार बदलने का रिवाज चला रहा है. पिछले 20 साल के आकड़ों को देखा जाए तो जब भी मतदान प्रतिशत घटा है तो इसका सीधा लाभ कांग्रेस को मिला है, वहीं, जब भी मतदान प्रतिशत बढ़ा है तो उसका फायदा बीजेपी को मिला है. 4 बार से बीजेपी और कांग्रेस को बारी-बारी से सरकार बनाने का मौका मिला है. 2003 में प्रदेश में 67.18 फीसदी वोटिंग हुई थी, 2008 में 66.25 फीसदी वोटिंग हुई थी, 2013 में रिकॉर्ड 75.04 फीसदी वोटिंग हुई थी. 2018 में 74.06 फीसदी वोटिंग हुई थी. ऐसे में अब देखना यह है कि इस बार राजस्थान में बीजेपी की सरकार बन रही है या कांग्रेस इस मिथ को तोड़ कर सरकार बनाएगी.
जानिए क्या है कांग्रेस और बीजेपी का दावा?
राजस्थान में हुए बंपर मतदान को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दावा है कि में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी. कांग्रेस का कहना है कि वो इस बार मैदान में रिवाज बदलने के संकल्प के साथ उतरी है. कांग्रेस का लक्ष्य है कि हर पांच साल में सत्ता से बाहर करने के रिवाज को खत्म करना है. वहीं, बीजेपी ने दावा किया है कि राजस्थान में बीजेपी की रिकॉर्ड सीटों के साथ वापसी होगी. बीजेपी नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने दावा किया है कि कई सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त होने वाली है. हालांकि, इसका फैसला 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आने के बाद ही तय होगा. जिसके बाद ही पता चल सकेगा कि राजस्थान में रिवाज (मिथ) कायम रहता है या कांग्रेस इस परंपरा को तोड़ पाती है.
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