CM Yogi: यूपी के विधानसभा उपचुनावों में भाजपा-एनडीए की जबरदस्त बढ़त पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पहला रिएक्शन सामने आया है. सीएम योगी ने एक्स लिखा, ”उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनावों में भाजपा-एनडीए की विजय आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व एवं मार्गदर्शन पर जनता-जनार्दन के अटूट विश्वास की मुहर है. ये जीत डबल इंजन सरकार की सुरक्षा-सुशासन एवं जन-कल्याणकारी नीतियों तथा समर्पित कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम का सुफल है. उ.प्र. के सुशासन और विकास को अपना मत देने वाले उत्तर प्रदेश के सम्मानित मतदाताओं का आभार एवं सभी विजयी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई! बटेंगे तो कटेंगे. एक रहेंगे-सेफ रहेंगे.”
उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनावों में भाजपा-एनडीए की विजय आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के यशस्वी नेतृत्व एवं मार्गदर्शन पर जनता-जनार्दन के अटूट विश्वास की मुहर है।
ये जीत डबल इंजन सरकार की सुरक्षा-सुशासन एवं जन-कल्याणकारी नीतियों तथा समर्पित कार्यकर्ताओं के अथक…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 23, 2024
उत्तर प्रदेश नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए शनिवार सुबह आठ बजे से मतगणना शुरु हुई. अब तक के रुझान में 7 सीट पर बीजेपी आगे है और दो सीट पर मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी आगे है. निर्वाचन आयोग की ताजा जानकारी के अनुसार, अभी तक मतगणना में मीरापुर में भाजपा सहयोगी रालोद और कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मझवां कटेहरी, और फूलपुर में भाजपा आगे है. वहीं, करहल, सीसामऊ सीट पर सपा के उम्मीदवारों ने बढ़त बनाई है.
लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर निराशा हाथ लगने के बाद इस उपचुनाव की कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली थी. सीएम योगी ने न सिर्फ हर सीट पर जोर-शोर से प्रचार किया, बल्कि अपने एक नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया.
जनता को पसंद आया सीएम का नया नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’
उपचुनाव में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नया नारा दिया. योगी के इस नारे को नेताओं ने अपनी जनसभाओं में दोहराया. योगी के इस नारे को लेागों ने खूब पसंद किया और बीजेपी प्रत्याशियों को वोट दिया.
सीएम योगी ने खुद संभाली कमान
मुख्यमंत्री योगी ने विधानसभा उपचुनाव की कमान अपने हाथों में ले रखी थी. उन्होंने सभी नौ विधानसभा सीटों फूलपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ व मझवां और मीरापुर में 30 मंत्रियों को प्रभारी मंत्री के रूप में तैनात किया था. सभी प्रभारी मंत्रियों ने संबंधित विधानसभा सीटों पर प्रवास किया. साथ ही संगठन के पदाधिकारियों की भी ड्यूटी उपचुनाव वाली सीटों पर लगाई गई थी.