Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आ गए हैं. सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाले आंकड़े उत्तर प्रदेश से सामने आए हैं. उत्तर प्रदेश से बीजेपी को इस बार बड़ा झटका लगा है. बीजेपी को ये उम्मीद नहीं थी कि पार्टी को इस चुनाव में इतना बड़ा नुकसान का सामना करना पड़ेगा.
2019 के चुनाव के मुकाबले इस बार बीजेपी को 29 सीटों का बड़ा नुकसान हुआ है. वहीं, कांग्रेस और सपा के वोट शेयर में दोगुना का इजाफा हुआ है. बीजेपी का वोट शेयर जहां 8.63% घटकर 41.37% हो गया है. वहीं, सपा- बीजेपी का वोट शेयर जमकर बढ़ा है. इस चुनाव के आंकड़ों के अनुसार सपा को 33% जबकि कांग्रेस को 9% वोट मिले हैं. जो साल 2019 में हुए चुनाव में वोट शेयर से काफी ज्यादा है.
बीजेपी को यूपी में हुआ 29 सीटों का नुकसान
पिछले 5 सालों में बीजेपी ने 8.63% वोट शेयर गंवा दिया. इसका सीधा असर सीटों पर नजर आया है. बीजेपी को उत्तर प्रदेश में 29 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है. वहीं, इस चुनाव में सबसे ज्यादा फायदा सपा-कांग्रेस को हुआ है. साल 2019 में सपा को वोट शेयर 18.1% था, जो बढ़कर 33.59% हो गया. इसी के साथ साल 2019 में कांग्रेस को 2019 में सिर्फ 6.4% वोट मिला था. 2024 में पार्टी को 9.46% वोट मिले.
पीएम मोदी की जीत का मार्जिन भी घटा
वाराणसी से पीएम मोदी ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है. हालांकि, इस बार पीएम मोदी की जीत का मार्जिन काफी कम रहा. साल 2024 के चुनाव में पीएम मोदी 1 लाख 52 हजार 513 वोट से जीते हैं, जबकि उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को 4 लाख 60 हजार 457 वोट मिले
यूपी में हार गए केंद्र सरकार के 7 मंत्री
लोकसभा चुनाव 2024 में केंद्र सरकार के 11 मंत्री चुनावी मैदान में थे, इसमें से 7 मंत्री चुनाव हाल गए हैं. हालांकि, सबसे ज्यादा उलटफेर अमेठी में हुआ है. अमेठी से बीजेपी ने एक बार फिर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर भरोसा जताया था, हालांकि उनको हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति को 1 लाख 67 हजार वोटों से हराया है. इसी के साथ मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान, लखीमपुर खीरी से अजय मिश्र टेनी, चंदौली से महेंद्र नाथ पांडेय, जालौन से भानु प्रताप वर्मा, फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति और मोहनलालगंज से कौशल किशोर भी चुनाव हार गए.
हार गए योगी सरकार के भी दो मंत्री
इस लोकसभा चुनाव में योगी सरकार के भी कई मंत्री मैदान में थे. रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह को राहुल गांधी ने 3 लाख 90 हजार वोट से हराया. वहीं, मैनपुरी से जयवीर सिंह को भी डिंपल यादव ने 2 लाख 21 हजार वोट से हराया. हालांकि, पीलीभीत में पीडब्लूडी मंत्री जितिन प्रसाद और हाथरस से अनूप वाल्मीकि चुनाव जीतने में सफल हुए हैं.
बीएसपी का कोई उम्मीदवार नहीं जीता
लोकसभा चुनाव में बीएसपी ने किसी से समर्थन किए बिना ही अकेले चुनाव लड़ा था. बीएसपी ने कुल 79 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा किए थे. बीएसपी को भी यह अंदाजा नहीं था कि उसके खाते में एक भी सीट नहीं आएगी. आलम यह रहा कि दूसरे नंबर की पार्टी भी बनकर बीएसपी नहीं उभर पाई. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी को 10 सीटें मिलीं थी.
अयोध्या में बीजेपी की करारी शिकस्त
माना जा रहा था कि इस चुनाव में बीजेपी के लिए राम मंदिर का फैक्टर काफी काम करेगा. हालांकि, अयोध्या के ही परिणाम काफी चौंकाने वाले रहे. अयोध्या के जिस राम मंदिर को भाजपा ने पूरे देश में मुद्दा बनाया था, वहां 10 साल बाद बीजेपी लल्लू सिंह 55 हजार वोटों से सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद से हार गए.
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