भगवद गीता से है Oppenheimer का कनेक्शन! यूं ही नहीं बनी हॉलीवुड की सबसे चर्चित फिल्म

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Oppenheimer Movie: फिल्‍म इंडस्‍ट्री के प्रतिष्ठित सम्‍मानों में से एक गोल्‍डन ग्‍लोब अवॉर्ड के 81वें समारोह का आयोजन अमेरिका के कैलिफॉर्निया में किया गया. सम्‍मान समारोह 2024 को होस्ट अमेरिकी स्टैंड अप कॉमेडियन जोय कोय ने किया. इस साल गोल्डन ग्लोब अवार्ड में ओपेनहाइमर के खाते में चार बड़े खिताब आए. बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर और बेस्ट मेल सपोर्टिंग एक्टर के चार बड़े अवार्ड ओपेनहाइमर (Oppenheimer) को मिले. लेकिन क्या आपको मालूम हैं ओपेनहाइमर आखिर क्यों बीते वर्ष की सबसे चर्चित हॉलीवुड मूवी रही थी और इसका परमाणु बम बनाने वाले मशहूर अमेरिकी साइंटिस्ट से क्या कनेक्शन था.

फादर ऑफ एटोमिक बॉम्ब की कहानी है ओपेनहाइमर

हॉलीवुड में ब्लॉकबस्टर फिल्मे बनाने का पर्याय बन चुके प्रोड्यूसर क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म ओपेनहाइमर साल 2023 की सबसे ज्यादा चर्चित फिल्म रही है. फिल्म में जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की कहानी दिखाई गई है, जिनकी द्वि‍तीय विश्‍व युद्ध के दौरान अमेरिका के लिए एटम बम बनाने में अहम भूमिका रही थी. Oppenheimer मूवी में जिस तरह से खूबसूरती के साथ क्रिस्टोफर नोलन ने परमाणु बम बनाने वाले साइंटिस्ट की कहानी को उतारा है, वह बेहद ही कमाल है. एक-एक सीक्वेंस के बिल्डअप ने दर्शकों की धड़कने बढ़ाई हैं.

यहीं वजह है कि तीन घंटे की इस फिल्म ने पूरे वर्ष लोगों के बीच अपनी जगह बनाए रखी. वैसे तो यह फिल्म अमेरिका के लॉस अलामौस में हुए एक वैज्ञानिक प्रयोग और उसके परिणामों से उपजे व्यक्तिगत और राजनैतिक द्वन्द को प्रदर्शित करती है. परन्‍तु यदि आप ध्यान दें तो पाएंगे कि किस तरह से क्रिस्टोफर नोलन ने इस फिल्म में मानव व्यवहार की जटिलताओं को दिखाया है.

भगवद गीता से ओपेनहाइमर का कनेक्शन! 

क्रिस्टोफर नोलन डायरेक्टेड फिल्म ओपेनहाइमर में साइंटिस्ट रॉबर्ट ओपेनहाइमर की पढ़ाई से उनके अमेरिका जाने के सफर को बारीकी से दिखाया गया है. कहा जाता है कि ओपेनहाइमर ने अकादमिक करियर के दौरान भगवदगीता पढ़ने की ठानी थी.  इसके लिए उन्होंने बर्कले में संस्कृत को सीखा था. वह अनुवाद के बजाय मूल स्वरुप पढ़ना चाहते थे. ओपेनहाइमर में देखने को मिलता है कि जब रॉबर्ट ओपेनहाइमर मैनहट्टन प्रोजेक्ट (Manhattan Project) में शामिल होते हैं तो वह कई अन्य साइंटिस्ट के साथ काम करते हैं.

फिर अपने पहले परमाणु बम परीक्षण के बाद ओपेनहाइमर ने अपनी आंखों से देखा, उसके बाद उनके मुंह से भगवदगीता में लिखी एक बात निकलती है ‘अब मैं मृत्यु बन चुका हूं, दुनिया का विनाशक…’ ओपेनहाइमर का भगवद गीता से कनेक्शन होने के कारण क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म को भारत में भी खूब प्रसिद्धि और विवाद मिला था.

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