Report On Child Birt During Pandemic: कोरोना काल और लॉकडाउन का समय हर किसी को याद है. वो एक ऐसा दौर था जब कोविड के कारण लोगों को घर में कैद होना पड़ा था. लोगों के लिए ये पल काफी दुखदाई रहा. हालांकि इस दौरान कई घरों में खुशियां भी आईं. ये खुशियां घरों में नए मेहमानों के आगमन के कारण आईं. कोरोना काल में दुनिया भर में लाखों लोगों के घरों में बच्चों ने जन्म लिया. इस दौरान जन्में बच्चों पर एक रिपोर्ट सामने आई है जो सभी को हैरान कर रही है.
दरअसल, एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि जो बच्चे लॉकडाउन के दौरान पैदा हुए उनकी इम्युनिटी बाकी बच्चों के मुकाबले काफी अच्छी पाई गई है और वो बच्चे कम बीमार पड़ रहे हैं. इस रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि लॉकडॉउन यानी कोरोना पैंडेमिक दौरान जन्म लिए बच्चों के पेट में जो माइक्रोबायोम है वह इससे पहले पैदा हुए बच्चों की तुलना में कम एलर्जी वाला है. दावा किया जा रहा है कि कोविड के दौरान पैदा हुए बच्चों में महज पांच प्रतिशत ही एलर्जी संबंधी बीमारी पाई गई है. हालांकि इनके मुकाबले अन्य बच्चों में यह इससे ज्यादा है.
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जानिए रिसर्च की बड़ी बातें
रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि इस दौरान जन्में बच्चों की बेहतर इम्युनिटी के पीछे सबसे बड़ी वजह साफ वातावरण है. कोरोना के दौरान पूरी दुनिया थम सी गई थी. लोगों ने बाहर के खाने की बजाय घर में खाना खाने और बनाने की आदत डाल ली थी. जिनसे मांओं के साथ साथ पर्यावरण ने भी बच्चों को नेचुरल एंटीबायोटिक गुण दिएं. कोविड टाइम में जब लॉकडाउन की स्थिति थी उस समय पर्यावरण में प्रदूषण कम होने से बच्चों में संक्रमण का खतरा कम हो गया.
अच्छी इम्यूनिटी के पीछे का कारण
अगर एक्सपर्ट्स की मानें तो प्रेग्नेंट मां और बच्चों के लिए बेहद ही अहम समय होता है, इस दौरान मांए जैसा खाती है, जिस वातावरण में रहती हैं उसका सीधा सीधा असर बच्चे की सेहत पर देखने को मिलता है. यही वजह है कि लॉकडाउन के दौरान साफ वातावरण और घर के पौष्टिक खाने का असर बच्चों की बेहतर इम्युनिटी के तौर पर देखने को मिल रहा है.
दवाओं का कम हुआ इस्तेमाल
जानकारों का कहना है कि जो बच्चे ज्यादा बाहर नहीं निकल पाए और लोगों से मिले जुले नहीं जिससे उनमें किसी तरह का इंफेक्शन नहीं हो पाया. इसी कारण मांओं ने लंबे समय तक ब्रेस्टफीडिंग कराई साथ ही अच्छी देखरेख की.
यही वजह है कि इस दौरान बच्चों की इम्यूनिटी अन्य बच्चों के मुकाबले बेहतर है. यही कारण है कि इस समय बच्चे कम बीमार पड़े जिससे उन्हें कम एंटीबायोटिक्स दी गई जिससे उनकी इम्युनिटी प्रभावित नहीं हुई. इसी कारण से इस समय में पैदा हुए बच्चों की इम्युनिटी अन्य बच्चों के मुकाबले काफी अच्छी है. यही वजह है कि कोविड पैंडेमिक के दौरान पैदा हुए बच्चे कम बीमार पड़ रहे हैं.
जिससे बच्चों की इम्यूनिटी और बच्चों के मुकाबले बेहतर हुई. साथ ही इस समय बच्चे कम बीमार पड़े जिससे उन्हें कम एंटीबायोटिक्स दी गई जिससे उनकी इम्युनिटी प्रभावित नहीं हुई. यही वजह हैं कि इस दौरान पैदा हुए बच्चों की इम्युनिटी बाकी बच्चों के मुकाबले अच्छी पाई गई है. यही कारण है कि लॉकडाउन में पैदा हुए बच्चे कम बीमार पड़ रहे हैं.
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