Coconut Price Hike: इस समय नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर लोग डेंगू के शिकार हो रहें है. डेंगू बुखार आने पर शरीर में प्लेटलेट्स में कमी आ जाती है. बता दें कि शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या लाखों में होता है और इस बुखार के आने के बाद इनकी संख्या महज कुछ हजारों में ही बचती है. ऐसे में प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए डाक्टर नारियल पानी व बकरी का दूध आदि पीने की सलाह देते हैं. इसलिए डेंगू के मामले बढने की वजह से नारियल पानी की मांग भी बढ़ गई है.
आसमान छू रहे कीवी, पपीते और नारियल पानी के दाम
पहले नगर में ढूंढने पर बड़ी मुश्किल से मात्र एक या दो ठेले पर नरियल पानी मिलता था, लेकिन डेंगू का प्रकोप ने बढते ही चारों तरफ नारियल पानी ठेले देखने को मिल रहे है. बता दें कि सितंबर माह के पहले पखवाड़े तक प्रयागराज में दक्षिण भारत से चार-पांच ट्रक नारियल आ रहा था, लेकिन अब इसकी संख्या काफी बढ़ गई है. बीते दिनों से शहर में 12 से 14 ट्रक नारियल आ रहा है. नारियल पानी के अलावा भी कीवी और पपीते की भी शहर में खपत बढ़ गई है. जिसके वजह से इनके दाम भी आसमान छू रहे है.
80 रुपये में मिल रहा 60 रुपया वाला नारियल पानी
बता दें कि कुछ दिनों पहले 60 रूपये में मिलने वाला नारियल पानी अब 70 से 80 रुपए में मिल रहा है. लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक, नारियल पानी डेंगू के दौरान ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है. इसमें विटामिन सी, वियामिन बी, कैल्शियम, आयरल, फॉस्फोरस के साथ सोडियम और कॉपर काफी मात्रा में मिलते हैं. इन्हीं सारी खूबियों के वजह से डेंगू से पीड़ित सदस्यों के परिजन अधिक कीमत देकर नारियल पानी खरीदनें को मजबूर है.
40 रुपये पीस हुआ कीवी
डेंगू की वजह से शरीर में घटे प्लेटलेट्स की स्थिति ठीक रखने के लिए लोगों में पपीते और कीवी की खपत बढ़ गई है. बाजारों में 30 से 40 रुपये प्रति किलो बिकने वाला पपीता इस समय 50 से 70 रुपये किलो बिक रहा है. वहीं, कुछ थोक कारोबारियों ने बताया कि पपीते की खपत दोगुनी हो गई है. केवल इतना ही नहीं, कीवी की भी मांग में भी बढोत्तरी देखने को मिली है. 20 से 25 रुपये पीस में बिकने वाला कीवी अब 40 रुपये पीस मिल रही है.