Health Risk: क्या आप भी नाइट शिफ्ट कर रहे हैं, यदि हां, तो आपको आज से ही अपने सेहत की चिंता करने की जरूरत है. क्योंकि रात में काम करने वाले लोगों का रातभर जागना होता है, जिससे उनकी मेंटल और फिजिकल दोनों तरह से स्वास्थ्य खराब होने का खतरा बढ़ा रहता है. बता दें कि रात में देर तक जागकर काम करने से दिल की बिमारियां हो सकती है, साथ ही इससे डिप्रेशन भी बढ़ता है. वहीं, महिलाओं को तो ब्रेस्ट कैंसर होने तक का खतरा रहता है.
ऐसे में यदि आप भी नाइट शिफ्ट कर रहे हैं तो अपनी सेहत का भरपूर ख्याल रखें. किसी भी तरह की कोई लापरवाही करने से बचें. वहीं, चलिए जानते है नाइट शिफ्ट से किन-किन बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है…
Health Risk: बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा
नींद पूरी न होना
नाइट शिफ्ट करने वाले लोगों में सबसे बड़ी समस्या नींद न आने वाली होती है. नाइट शिफ्ट करने के बाद ज्यादातर लोग चैन की नींद नहीं सो पाते हैं. एक-दो घंटे सोने से उनका स्लीप साइकिल बिगड़ने लगता है, जिससे उन्हें एंजाइटी की समस्या हो सकती है.
ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क
इस मामले में एक्सपर्ट्स का कहना है कि नाइट शिफ्ट करने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने के चांसेस अधिक होते है. क्योंकि रात में न सो पाने के वजह से उनका स्लीप पैटर्न बिगड़ जाता है, जिससे मेलाटोनिन हार्मोन का लेवल कम होता है. जिससे ब्रेस्ट कैसर होने का रिस्क बढ़ जाता है. आपको बता दें कि मेलाटोनिन हार्मोन कैंसर से बचाने का काम कर सकता है.
हार्ट अटैक का खतरा
खराब स्लीप साइकल का सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे हार्ट पर होता है. आपको बता दें कि रोज नाइट शिफ्ट करने की वजह से आपको स्लीप पैटर्न खराब हो जाता है, जिससे हार्ट अटैक का रिस्क कई गुना तक बढ़ जाता है. इसके साथ ही रात में न सोने से ब्लड प्रेशर भी प्रभावित होता है. जिसके चलते हार्ट अटैक का खतरा करीब 7 प्रतिशत तक अधिक बढ़ जाता है.
डिप्रेशन
नाइट शिफ्ट करने वालों में तनाव अधिक देखने को मिलता है, इससे ये लोग धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से उनकी मेंटल हेल्थ बुरी तरह प्रभावित होती है और कई बीमारियां बढ़ने का रिस्क होता है.
इसे भी पढ़े:-गर्मियों में वोमिटिंग की समस्या से हैं परेशान, आजमाएं ये घरेलू नुस्खे, पेट को भी मिलेगा आराम