Best time for Tea: भारत में जितने चाय लवर्स हैं, शायद दुनिया में इतने कहीं भी नहीं हैं. चाहे कोई भी समय हो कई लोगों का दिन चाय की चुस्की के बिना अधूरा माना जाता है. आलम यह है कि भारत में तो चाय की चुस्की के साथ साथ लोग सरकार बना और गिरा देते हैं. अपने देश में कई लोगों के दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है, तो वहीं दिन का समापन भी चाय के साथ ही होता है. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि चाय को अगर लत नहीं बल्कि शौक के लिहाज से पिएं तो इसका दुष्प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ता है.
दरअसल, चाय के प्रति कुछ लोगों की इतनी दीवानगी है, कि अगर एक दिन उन्हें चाय ना मिले तो वो परेशान से हो जाते हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपने देश भारत में करीब 69 प्रतिशत लोग दिन की शुरुआत चाय के साथ करते हैं. वहीं, करीब 30 प्रतिशत लोग ग्रीन टी का सेवन करते हैं. हालांकि चाय पीने वालों में से अधिकांश लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि चाय पीने का सही समय क्या है. आइए आज आपको इस आर्टिल में चाय पीने के सही समय के बारे में बताते हैं.
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इस समय भूल कर भी चाय का सेवन ना करें
आपको जानना चाहिए कि अपने देश में अधिकतर लोग बेड टी पीना पसंद करते हैं. सुबह जगने के साथ ही उनको बेड टी चाहिए होती है. आपको बता दें कि सुबह जगने के साथ ही बेड टी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. दरअसल, खाली पेट चाय के सेवन से तमाम प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. खाली पेट चाय का सेवन एसिडिटी की मुख्य वजह बनती है. वहीं, इस समय पर चाय का सेवन शरीर के ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने लगता है. इस बीच कुछ लोग रात में भी चाय का सेवन करते हैं. ये भी पूरी तरीके से गलत है. चाय का सेवन अगर सोने से पहले किया जाए तो इससे नींद खराब हो जाती है.
चाय पीने का सही समय
अगर आप भी चाय के शौकिन हैं तो आपको चाय के सेवन का सही समय पता होना चाहिए. आपको बता दें कि सुबह जगने के 2 घंटे बाद या फिर ब्रेकफास्ट करने के लगभग 1 घंटे बाद चाय का सेवन सही माना जाता है. कभी भी चाय के सेवन से कुछ समय पहले कुछ खा लेना चाहिए. इससे शरीर पर चाय का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है. अगर सही समय और सही तरीके से चाय का सेवन किया जाए तो इसका गलत प्रभाव शरीर पर नहीं पड़ता है.
चाय पीने से भी होते हैं फायदे
जानकारी दें कि अगर चाय को शौक के तौर पर लिया जाए तो वो नुकसानदायक नहीं होती है. हालांकि कई लोग इसको लत के तौर पर लेते हैं, जो उनके लिए हानिकारक साबित होता है. चाय पीने से शरीर में आंतरिक स्वेलिंग की समस्या कम होती है. वहीं, चाय शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन को कम करता है, जिससे नकारात्मकता कम होती और उदासी कम होती है. अगर चाय का अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो उससे एसिडिटी की समस्या होती है. पाचन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
(अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. स्वास्थ्य से संबंधी किसी भी समस्या के लिए चिकित्सक से संपर्क करें. ‘द प्रिंटलाइंस’ इसकी पुष्टी नहीं करता है.)
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