Desi Ghee During Navratri Fasting: आश्विन माह (कैलेंडर के अनुसार सितंबर/अक्टूबर) में मनाई जाने वाली नवरात्रि, (Navratri) भारत के लोकप्रिय त्योहारों में से एक है. इस पर्व पर श्रद्धालु बड़े ही धूम-धाम से मां दुर्गा की पूजा करते हैं. धार्मिक परंपराओं के अनुसार, उपवास (Navratri Fasting) इस त्योहार का एक अविश्वसनीय हिस्सा है. भक्त 9 दिन तक व्रत का अनुष्ठान रखते हैं. ऐसे में उनके लिए जरूरी होता है पोष्टिक आहार (Healthy Navratri diet) का सेवन. उपवास के दौरान घी का सेवन बहुत ही लाभदायक माना जाता है. आइए जानते हैं कि व्रत में घी क्यों खाना चाहिए.
व्रत में घी खाने के फायदे
ज्यादा दिन उपवास करने से पाचन तंत्र (Digestive System) पर गहरा असर पड़ता है. इसलिए पोषक तत्वों का सेवन करना बहुत ही अनिवार्य होता है. ऐसे में घी सबसे अच्छा विकल्प है. घी में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद साबित होते हैं. आयुर्वेद में घी को औषधि माना गया है. इसके अलावा ये कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम और फाइबर जैसे तत्वों का भी अच्छा स्रोत माना जाता है. इसका सीमित मात्रा में सेवन करने से लंबे समय तक व्यक्ति को ताकत और ऊर्जा मिलती है.
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार
उपवास के दौरान घी का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं. उपवास में लोगों को कमजोरी महसूस होने लगती है. ऐसे में देसी घी इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और स्वास्थ्य को लाभ देता है.
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हड्डियों को मजबूत करता है
कैल्शियम और विटामिन K जैसे पोषक तत्वों से भरपूर देसी घी, हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए लाभदायक होता है. इसका सेवन करने से कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है. इसलिए उपवास में लोगों को घी सीमित मात्रा में खाना चाहिए. ये हड्डियों को मजबूत करने के साथ-साथ ताकत भी देता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी, विधि, तरीक़ों पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)