Pneumonia Care Tips: निमोनिया ठंड में बच्चों को भी प्रभावित कर सकता है. निमोनिया में हमारे फेफड़ो में एक एयर सैक होता है. इसमें बलगम या फ्लूड भर जाता है. इस कारण फेफड़ो में सूजन आ जाती है. परिणाम होता है कि हमें सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है. आमतौर पर बच्चों को ज्यादा हो जाता है. उनको छाती में दर्द, थकावट, बुखार, उल्टी के साथ ठंड लगती है. आइए आपको बताते हैं इससे बचाव के उपाय.
गर्म कपड़े पहनाएं: बच्चों को ठंड में गर्म कपड़े पहनाना चाहिए. खास तौर पर तब जब वह घर से बाहर जा रहे हों. इससे वह ठंड से बच सकते हैं और निमोनिया जैसी बीमारी के होने का खतरा कम हो जाता है.
स्वच्छता का ध्यान रखें: बच्चों का हाथ धोते समय, बाहर जाने पर नाक मुंह ढंकना, बीमार लोगों से दूरी बनाए रखना चाहिए. इससे बच्चों को इस बीमारी से बचाया जा सकता हैं.
पौष्टिक आहार: बच्चों को पौष्टिक भोजन खिलाना चाहिए, जो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा दे. खासकर विटामिन सी और जिंक युक्त आहार देना चाहिए.
टीकाकरण: निमोनिया से बचाव के लिए बच्चों का टीकाकरण उनका बीमारी से बचाव कर सकता है. इसके लिए आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं कि कौन सा टीका उनके लिए सबसे अच्छा है.
हाइजीन का ध्यान रखें: घर में साफ-सफाई रखना भी बच्चों को इस बीमारी से बचाव में मदद कर सकता है. इसलिए नियमित रूप से साफ-सफाई करें, खासकर जहां बच्चे खेलते हों.
डॉक्टर की सलाह: बच्चों में यदि ठंड में फ्लू या सर्दी के लक्षण दिखते हैं, तो उन्हें फौरन डॉक्टर के पास ले जाएं. उनका उचित उपचार कराएं. इससे बच्चों की सेहत में सुधार होगा.
दरअसल, ये सभी उपाय बच्चों को ठंडी आबादी से बचाव में मदद कर सकते हैं. साथ ही निमोनिया जैसी बीमारियों से सुरक्षित रख सकते हैं, लेकिन बच्चों में अगर निमोनिया का लक्षण दिखाई दे, तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.