कहीं भी उगने वाला सत्‍यानाशी पौधा सेहत के लिए वरदान, फायदे जान हो जाएंगे हैरान

Raginee Rai
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Satyanashi: सत्‍यानाशी शब्‍द से ही समझ सकते हैं कि सब नाश कर देने वाला. अगर कोई किसी व्‍यक्ति को सत्‍यानाशी कहता है तो इसका मतलब है वह बनता हुआ काम बिगाड़ देने वाला व्‍यक्ति है. या फिर ऐसे व्‍यक्ति को सत्‍यानाशी कहते हैं जो बिना काम का हो. लेकिन एक ऐसा पौधा जो कहीं भी उग जाता है उसे सत्‍यानाशी के नाम से जाना जाता है.

इस पौधे को आप रोड के किनारे, बंजर जमीन,कड़ाके की धूप वाली जगह और जहां धूप ना के बराबर पहुंचे, वहां भी देख सकते हैं. इसका नाम सुनकर आपको लगता होगा कि जिसका नाम ही सत्‍यानाशी है वो नुकसान पहुंचाने वाला ही होगा. लेकिन ऐसा बिल्‍कुल भी नहीं है. सत्यानाशी बेहद ही चमत्‍कारी पौधा है. इसका इस्‍तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है. यूं कहें की इस पौधे में सेहत का खजाना छिपा होता है. आइए आज हम आपको इसके हेल्‍थ बेनिफिट्स बताते हैं…

सत्यानाशी क्या है?

इस पौधे में चारों ओर कांटें लगे रहते हैं. तने, पत्ते और फूलों के आसपास हर जगह कांटे ही दिखते हैं. सत्‍यानाशी के फूल पीले रंग के खिलते हैं. फूल में राई के जैसे छोटे-छोटे बीज होते हैं. यूपी में इस पौधे को भड़भाड़ के नाम से जाना जाता है. सत्यानाशी को तोड़ने से पीला दूध निकलने लगता है, इसलिए इसे स्वर्णक्षीरी भी कहा जाता है. आपको बता दें सत्‍यानाशी पौधा ज्यादातर हिमालयी और उत्तराखंड में उगता है.

जानिए इससे सेहत को होने वाले फायदे-

सफ़ेद दाग में फायदेमंद

अगर आपके शरीर पर कहीं भी सफेद दाग है तो आप सत्यानाशी के फूल को पीसकर या सत्यानाशी दूध का लेप उस जगह पर लगा सकते हैं. इससे आपका सफेद दाग कम होने लगेंगे.

आंखों के लिए कारगर

सत्‍यानाशी पौधा आंखों के लिए बेहद फायदेमंद है. अगर आप 1 ग्राम सत्यानाशी का दूध और उसे 50 मिली गुलाब जल में मिलाकर रोज़ाना दो बार अपनी आंखों में डालनते हैं तो इससे आंखों की सूजन कम होगी. मोतियाबिंद और रतौंधी में भी फायदे के लिए सत्यानाशी के एक बूंद दूध में तीन बूंद घी मिलाकर अपनी आंखों में लगाएं. इससे आपको फायदा मिलेगा.

खांसी में फायदेमंद

अगर आप खांसी से परेशान हैं तो इस पौधे के जड़ को पानी में उबालकर काढ़े की तरह इस्‍तेमाल करें. इससे आपको आराम मिलेगा. साथ ही सांस लेने में परेशानी नहीं होगी. एक ग्राम सत्यानाशी के जड़ के पाउडर को गर्म पानी या गर्म दूध के साथ सुबह-शाम पिने से कफ की समस्‍या से निजात मिलती है.

पेशाब में जलन होने पर

अगर आपको पेशाब करने पर जलन महसूस होती है तो इसमें सत्यानाशी फायदेमंद हो सकता है. इसका इस्‍तेमाल करने के लिए 20 ग्राम सत्यानाशी  को 200 मिली पानी में भिगोएं. इसके बाद इसका काढ़ा बनाकर 10 से 20 मिली मात्रा में पियें.

पेट दर्द में फायदेमंद

अगर आपको पेट दर्द की समस्‍या रहती है तो सत्यानाशी के पीले दूध आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं.

इन बातों का रखें ध्यान:

सत्यानाशी के बीजों को उपयोग में लाने से पहले आप विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें. क्योंकि यह काफी विषैले माने जाते हैं. इसलिए सत्यानाशी का उपयोग करते समय विशेष सावधानी बरतें.

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