यूरिक एसिड के बढ़ने पर दिखते हैं ये लक्षण, इन बातों का रहता है खतरा

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

uric acid symptoms: हमारी शरीर फिट रहे, इसको लेकर सभी कोशिश करते हैं. हालांकि, कई बार कुछ लोगों के शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है. जो हानिकारक साबित हो सकता है. दरअसल, शरीर में यूरिक एसिड एक केमिकल होता है जो प्यूरिन नामक पदार्थ से बनता है. यह सेहत के लिए जरूरी होने के साथ-साथ नुकसानदायक भी होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर यूरिक एसिड का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है तो गठिया नामक दर्दनाक बीमारी हो सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं शरीर में कब बढ़ने लगता है यूरिक एसिड और इसे कैसे करें कंट्रोल..?

जानकारों के अनुसार हमारे शरीर में यूरिक एसिड प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है. यह सामान्यतः पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकलता है. हालांकि, अगर इसका स्तर अत्यधिक बढ़ जाए तो गठिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. इतना ही नहीं अगर यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो तो इससे किडनी डैमेज का खतरा रहता है. हालांकि, स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं और गठिया से बच सकते हैं.

शरीर में कब बढ़ने लगता है यूरिक एसिड?

बता दें कि हमारे बॉडी में यूरिक एसिड कई वजहों से बढ़ता है. जैसे अगर आपके फैमिली में किसी को गठिया है, तो आपको भी इसका खतरा अधिक होता है. इसके अलावा आवश्यकता से अधिक लाल मांस, मछली, शंख, शराब का सेवन करने से भी यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. वहीं, मोटापा, ड्यूरेटिक्स, हाई बीपी, थायरॉइड, किडनी डिजीज से भी बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है.

यदि आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक है तो इससे गुर्दे की पथरी और गुर्दे की क्रोनिक बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. हाई यूरिक एसिड डायबिटीज, स्ट्रोक की संभावना को बढ़ा देता है, जो कि एक जानलेवा मेडिकल कंडीशन है. ऐसे में इनके जोखिमों से बचना जरुरी है. आइए जानते हैं कितना होना चाहिए यूरिक एसिड और हाई यूरिक एसिड के शुरुआती लक्षणों की कैसे करें पहचान…?

कितना होना चाहिए यूरिक एसिड?

यूरिक एसिड को आमतौर पर तब उच्च माना जाता है जब यह पुरुषों के लिए 7 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम/डीएल) से अधिक और महिलाओं के लिए 6 मिलीग्राम/डीएल से अधिक होता है.

यूरिक एसिड के शुरूआती लक्षण

बॉडी में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने पर जोड़ों में दर्द अकड़न, इसके आसपास की त्वचा का लाल पड़ना, पेशाब में खून आना, बार-बार पेशाब लगना, लोअर बैक में दर्द जो जेनिटल एरिया तक पहुंचता है, और थकान जैसे लक्षणों का अनुभव होता है.

  • पैर के अंगूठे में चुभन वाला दर्द
  • अंगूठे में सूजन
  • टखनों से लेकर एड़ी तक दर्द
  • पैर के तलवे में सुबह के समय तेज दर्द
  • घुटने में दर्द

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के उपाय

अगर आपको शरीर यूरिक एसिड को कंट्रोल करना है तो फलियां, जैसे सूखे सेम और सूखे मटर, शकरकंद, फूलगोभी, पालक, मशरूम और हरी मटर, ऑर्गन फूड्स, रेड मीट्स जैसे फूड्स का सेवन कम से कम करें. इसके अलावा वजन कंट्रोल रखने से खून में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिल सकती है. वहीं, डायटरी फाइबर से भरपूर फूड्स, वेजिटेबल्स से भी यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलती है.

कॉफी का सेवन फायदेमंद

2015 में हुई एक स्टडी के मुताबिक, कॉफी पीने वाले लोगों में यूरिक एसिड के बढ़ने और अर्थराइटिस होने की संभावना कम होती है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों और घरेलू नुस्खों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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