UP News: प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश से टीबी को खत्म करने की दिशा में अहम कदम उठाया है. सभी टीबी मरीजों की एचआईवी और डायबिटीज की जांच कराई जाएगी. इस जांच से टीबी मरीजों में इन बीमारियों के संक्रमण को शुरुआत में पकड़ने में मदद मिलेगी और बीमारी पर काबू पाने में भी सफलता मिलेगी.
डिप्टी सीएम ने कहा
बुधवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग व मेडिकल संस्थान के अधिकारियों को यह निर्देश दिए. डिप्टी सीएम ने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की जांच और इलाज मुफ्त हो रहा है. अब सभी टीबी मरीजों की डायबिटीज और एचआईवी जांच कराई जाए.
डिप्टी सीएम ने कहा कि टीबी मरीजों में रोगों से लड़ने की शक्ति कम हो जाती है. ऐसे में मरीजों को दूसरी बीमारियां आसानी से अपना शिकार बना सकती हैं. टीबी मरीजों में एचआईवी संक्रमण और डायबिटीज का खतरा कई गुना ज्यादा रहता है. मौजूदा समय में 96 प्रतिशत टीबी रोगियों की डायबिटीज की जांच हो रही है. एचआईवी संक्रमित की भी 96 प्रतिशत जांच हो रही है. इसे अब 100 फीसदी करना है.