लिस्टेरिन कूल मिंट का उपयोग हो सकता है खतरनाक, बन सकता है कैंसर का कारण, शोध में दावा

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए क्या आप अक्सर माउथवॉश का इस्तेमाल करते हैं? एक हालिया अध्ययन आपको चौंका देगा! शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि प्रसिद्ध माउथवॉश ब्रांड लिस्टरीन में मौजूद कुछ तत्व सीधे तौर पर आपके मुंह में बढ़ते बैक्टीरिया से जुड़े होते हैं जो कैंसर का कारण बन सकते हैं. अध्ययन में यह भी पाया गया कि नियमित रूप से लिस्टेरिन माउथवॉश का इस्तेमाल करने वालों में एक्टिनोबैक्टीरिया (रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक बैक्टीरिया का एक समूह) की मात्रा में कमी देखी गई.

लिस्टेरिन के नियमित इस्तेमाल से हो सकते हैं ये कैंसर

चिकित्सकों के मुताबिक, लिस्टेरिन, कीटाणुओं को खत्म करने और सांसों को ताजा करने के लिए उपयोग में लाया जाता है, लेकिन इसमें अल्कोहल, विशेष रूप से इथेनॉल की मात्रा काफी ज्यादा होती है. यह अल्कोहल की अत्यधिक मात्रा है, जो नियमित उपयोग से जुड़े कैंसर के जोखिम को बढ़ाने के लिए संदिग्ध रूप में देखी जाती है. जब बार-बार और अधिक मात्रा में इसका इस्तेमाल किया जाता है, तो लिस्टेरिन में मौजूद अल्कोहल अन्नप्रणाली और आंत में नरम ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है.

लिस्टेरिन का इस्तेमाल करने से कैंसर का खतरा कैसे बढ़ता है?

अगर तीन महीने से ज्यादा समय तक आप नियमित रूप से माउथवॉश का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. बात करें कि ऐसा क्यों और कैसे होता है तो जब आप लिस्टेरिन कूल मिंट से अपना मुंह धोते हैं तो आपके अन्नप्रणाली के अंदर काफी प्रभाव पड़ता है. बता दें, अन्नप्रणाली, आपके गले को आपके पेट से जोड़ने वाली एक ट्यूब मांसपेशी है, जो पाचन के लिए आपके द्वारा खाए गए भोजन को ले जाती है. अल्कोहल के साथ लगातार संपर्क से जैसे कि लिस्टेरिन में पाया जाता है, इसकी परत को नुकसान पहुंचना शुरु हो जाता है और इसमें सूजन आ सकती है. वहीं निरंतर होने वाली जलन अन्नप्रणाली की दीवार के साथ घातक कोशिकाओं के गठन को जन्म दे सकती है, जो अन्नप्रणाली के कैंसर के जोखिम को बढ़ाती है.

ओसोफेजियल कैंसर के कारण और लक्षण 

एसोफैजियल कैंसर, कैंसर का एक प्रकार है, जो एसोफैगस पर हमला करता है, जोकि हमारे गले को हमारे पेट से जोड़ने वाला मार्ग है. एसोफैजियल कैंसर के कुछ लक्षणों में निगलने में कठिनाई, सीने में बेचैनी, अप्रत्याशित वजन घटना और लगातार खांसी का आना शामिल है.

कोलोरेक्टल कैंसर के कारण व लक्षण

कोलोरेक्टल कैंसर व्यक्ति के बृहदान्त्र या मलाशय में होता है. यह वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में पुरुषों और महिलाओं दोनों में तीसरा सबसे अधिक बार निदान किया जाने वाला कैंसर है. कोलोरेक्टल कैंसर के कुछ संकेतों में आंत्र गतिविधि में असामान्य परिवर्तन मल में रक्त की उपस्थिति पेट में परेशानी, वजन का घटना, थकान और कमजोरी शामिल है. हालांकि शोधकर्ताओं के मुताबिक, अध्ययन के परिणाम एक विशेष समूह के लोगों तक ही सीमित हैं तथा निष्कर्ष के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है.

More Articles Like This

Exit mobile version