World Cancer Day 2024: विश्व कैंसर दिवस आज, जानिए क्या डाइट में बदलाव करके कम कर सकते हैं कैंसर का जोखिम

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

World Cancer Day 2024: कैंसर गंभीर और जानलेवा बीमारी है. विश्‍व भर में यह बीमारी काफी तेजी से फैल रही है. तमाम प्रकार के कैंसर की वजह से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. वैश्विक स्‍तर पर बढ़ते कैंसर के जोखिमों को लेकर इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 4 फरवरी को कैंसर डे (World Cancer Day) मनाया जाता है.  हर साल इस दिन को अनोखी थीम के साथ मनाया जाता है. विश्व कैंसर दिवस पर साल 2024 का थीम है “क्लोज द केयर गैप”.

यह विषय दुनियाभर में मौजूद कैंसर देखभाल में असमानताओं पर प्रकाश डालता है. हेल्‍थ एक्‍सपर्ट कहते हैं कि ये बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित करने वाली हो सकती है, यहां तक कि बच्चे भी इसका शिकार होते हैं. आनुवांशिकता और पर्यावरणीय कारकों के अलावा जीवनशैली और खानपान में गड़बड़ी भी इस रोग के खतरे को बढ़ाना सकती है. ऐसे में डॉक्टर कहते हैं, सभी लोगों को कैंसर से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की जरूरत है. आइए आज की खबर में जानते हैं कि क्या आहार में बदलाव करके कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है.

कैंसर के जोखिम कारक

शोधकर्ताओं के मुताबिक, कैंसर के कई कारक हो सकते हैं. जिन लोगों के परिवार में किसी को पहले भी कैंसर रह चुका है, उनमें आनुवांशिक रूप से कैंसर का खतरा ज्‍यादा हो सकता है. इसके अलावा कुछ पर्यावरणीय कारक जैसे रसायनों का अधिक संपर्क, माइक्रोप्लास्टिक का संपर्क, धूम्रपान और शराब के सेवन के चलते भी कैंसर विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है. इसके अलावा, कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से भी इस रोग का जोखिम बढ़ते हुए देखा गया है. इसलिए बचाव करते रहना जरूरी है.

प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ हो सकते हैं हानिकारक

अध्‍ययकर्ताओं ने बताया कि प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ जिनमें चीनी की मात्रा अधिक और फाइबर-पोषक तत्वों की मात्रा कम होती है, इनके अधिक सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. खास तौर पर, शोधकर्ताओं ने पाया है कि जिस आहार से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है, उसके अधिक सेवन से पेट, स्तन और कोलोरेक्टल कैंसर का जोखिम अधिक देखा जाता है. 47,000 से अधिक वयस्कों पर किए गए एक अध्‍ययन में मिला कि जिन लोगों ने हाई प्रोसेस्ड कार्ब्स वाला आहार खाया, उनमें कोलन कैंसर और इसके वजह से मृत्यु की आशंका उन लोगों की तुलना में लगभग दोगुनी थी, जिन्होंने इस तरह की चीजों का सेवन कम किया था.

एंटीऑक्सीडेंट खाद्य पदार्थों का करें सेवन

अध्‍ययनकर्ताओं के मुताबिक, जहां कुछ खाद्य पदार्थ कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले पाए गए हैं, वहीं कुछ के सेवन से इसका खतरा कम भी किया जा सकता है. हालांकि कोई भी ऐसा सुपरफूड नहीं है जो कैंसर को रोक सके, लेकिन कुछ चीजें एंटी-कैंसर गुण से युक्‍त हैं. इनके सेवन से कैंसर के खतरे को कम जरूर किया जा सकता है. अवलोकन संबंधी अध्ययनों की मानें तो हरी-रंग बिरंगी सब्जियों के अधिक सेवन को कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है.

कई सब्जियों में इस बीमारी से लड़ने वाले एंटीऑक्‍सीडेंट और फाइटोकेमिकल्स पाये जाते हैं. उदाहरण के तौर पर, ब्रोकली, फूलगोभी और पत्तागोभी सहित क्रूसिफेरस सब्जियों में सल्फोराफेन होता है, इसे चूहों में ट्यूमर के आकार को 50 प्रतिशत तक कम करने वाला पाया गया है.

आहार में शामिल कर सकते हैं ये चीजें

रिसर्चर की मानें तो किसी भी खाद्य पदार्थ में कैंसर से बचाने की गारंटी तो नहीं है लेकिन एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुण वाली चीजें हमें सुरक्षित रखने में मदद जरूर करती हैं.  रिसर्च में पाया गया कि अलसी के बीज का सेवन कुछ कैंसर के विरूद्ध सुरक्षात्मक प्रभाव से संबंधित हो सकता है, यह कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को भी कम करने में भी लाभकारी है. इसी तरह कुछ टेस्ट-ट्यूब और पशु स्‍टडीज  में पाया गया है कि दालचीनी में भी कैंसर-रोधी गुण हो सकते हैं.  हर रोज नट्स खाने से भी कुछ प्रकार के कैंसर का जोखिम कम हो सकता है.

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