आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना (Ayushman Bharat Health Insurance Scheme) के तहत अब तक ₹13,000 करोड़ से अधिक की लागत से 68 लाख कैंसर उपचार किए जा चुके हैं, जिनमें से 76 प्रतिशत उपचार ग्रामीण क्षेत्रों में हुए हैं. यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को संसद में दी. स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, इनमें से 4.5 लाख से अधिक इलाज ₹985 करोड़ से अधिक की लागत से “टार्गेटेड थेरेपी” के तहत किए गए, जिनमें से 76 प्रतिशत मरीज ग्रामीण क्षेत्रों से थे। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत विभिन्न प्रकार के कैंसर के उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कैंसर उपचार पैकेज
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स्तन कैंसर, ओरल कैंसर और सर्वाइकल कैंसर सहित 200 से अधिक पैकेजों में 500 से अधिक प्रक्रियाएं शामिल हैं.
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मेडिकल, सर्जिकल, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी और पैलिएटिव मेडिसिन के तहत उपचार की सुविधा.
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37 पैकेज टार्गेटेड थेरेपी से जुड़े हैं, जिनमें सीए ब्रेस्ट, मेटास्टेटिक मेलानोमा, क्रोनिक माइलॉयड ल्यूकेमिया, बर्किट्स लिंफोमा और सीए लंग जैसी बीमारियों के लिए कीमोथेरेपी शामिल है.
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आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए ₹15 लाख तक की एकमुश्त वित्तीय सहायता “स्वास्थ्य मंत्री कैंसर रोगी फंड” के तहत दी जाती है.
सस्ती दवाओं की उपलब्धता
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सरकार ने जन औषधि स्टोर्स और 217 AMRIT फार्मेसियों के जरिए ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50-80 प्रतिशत कम कीमत पर जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने का प्रावधान किया है.
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कुल 289 ऑन्कोलॉजी दवाएं बाजार मूल्य से 50% कम कीमत पर उपलब्ध कराई जा रही हैं.
कैंसर उपचार के लिए सरकार की नई पहल
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2025-26 तक 200 डे-केयर कैंसर केंद्र जिला अस्पतालों में स्थापित किए जाएंगे.
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19 राज्य कैंसर संस्थान और 20 तृतीयक कैंसर देखभाल केंद्र देशभर में खोले गए हैं, ताकि उन्नत कैंसर उपचार सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें.