बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हिंदू संगठनों की ओर से बाजार बंद रखते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में हिंदू समाज के लोग शामिल हुए थे. इस्कॉन के प्रतिनिधि अद्वैत चैतन्य महाराज (Advaita Chaitanya Maharaj) ने कहा, सहिष्णुता आज हिंदुओं की सबसे बड़ी कमजोरी बन गई है. वही बांग्लादेश, जिसके लिए कभी हिंदुओं ने संघर्ष किया था, आज वहां उन पर अत्याचार हो रहा है.
यह अब जरूरी हो गया है कि सभी हिंदुओं को एक साथ आना होगा और इन अत्याचारों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराना होगा. पूरे देश में करीब सौ करोड़ हिन्दू हैं और अगर आधे भी सड़क पर उतर आएं तो दुनिया को हिंदुओं की ताकत का एहसास हो जाएगा.
आध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर महाराज ने क्या कहा?
वहीं, आध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर महाराज ने सहारनपुर में कहा, जब साथ खड़े होने का समय हो और आपको काम याद आ जाए तो समझ लेना आपका धर्म संकट में है. बांग्लादेश में हिंदुओं के अत्याचार के विरोध में ये विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. सहारनपुर का हिंदू समाज एक हो रहा है और ये संदेश दे रहा है कि न तो हिंदू बंटेगा और न ही हिंदू कटेगा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदुओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा की.