Aviation: केंद्रीय नागरिक विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 18 जनवरी को कहा कि घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 2030 के अंत तक सालाना 300 मिलियन तक पहुंचने की संभावना है, जो 2023 में 153 मिलियन थी. हैदराबाद में नागरिक उड्डयन सम्मेलन और प्रदर्शनी, विंग्स इंडिया 2024 के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए, श्री सिंधिया ने यह भी कहा कि 2030 में प्रतिवर्ष 300 मिलियन यात्रियों के साथ, भारत की विमानन पहुँच 10% से 15% होगी और अभी भी एक संभावित बाजार होगा.
उन्होंने कहा की पिछले दशक में घरेलु हवाई यात्री यातायात में 15% सीएजीआर की वृद्धि देखी गयी जबकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 6.1% की वृद्धि देखी गयी. पिछले 15 वर्षों में, घरेलू कार्गो में 60% की वृद्धि देखी गई, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 53% की वृद्धि हुई. इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह और तेलंगाना मंत्री के. वेंकट रेड्डी ने भी बात की. यह इंगित करते हुए कि भारत का नागरिक उड्डयन बाजार टेक-ऑफ चरण में है, उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में विमान का सबसे बड़ा खरीदार है, जिसके बेड़े का आकार 713 है जो अगले दशक में 2,000 से ऊपर बढ़ने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों में घरेलू कार्गो यातायात में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि अंतर्राष्ट्रीय कार्गो में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2030 तक हवाई अड्डों, वॉटरड्रोम और हेलीपैड की संख्या वर्तमान 149 से बढ़कर 300 हो जाएगी. अकासा एयर नागरिक उड्डयन के इतिहास में परिचालन शुरू करने के 17 महीनों के भीतर 200 से अधिक विमानों की ऑर्डर बुक तक पहुंचने वाली एकमात्र भारतीय एयरलाइन बन गई है.
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