अजब-गजब फरमान! इस गांव में कच्छा-निक्कर पहनने पर लगा बैन, जानिए पंचायत ने क्यों लिया ऐसा फैसला?

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Ajab Gajab Farman: आधुनिकता के इस दौर में लड़के हो या लड़की हर कोई शॉर्ट्स कपड़े पहनना पसंद करता है. लेकिन हरियाणा के एक गांव में इस पर बैन लगा दिया है. इस गांव में अगर कोई लड़का कच्छा-निक्कर पहनकर घूमता नजर आता है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. आइए जानते हैं इस ग्राम पंचायत को आखिर क्यों ऐसा फैसला लेना पड़ा…

दरअसल, यह हरियाणा के गुजरानी की ग्राम पंचायत में लड़कों को कच्छा-निक्कर पहनकर घूमने पर बैन लगा दिया गया है. इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि जब युवा गांव में कच्छा, निक्कर पहनकर घूमते हैं तो बहन-बेटियों को शर्मिंदा होना पड़ता है. ऐसे ग्राम पंचायत ने यह फैसला गांव में माहौल को बिगड़ने से बचाने के लिए लिया है.

जानिए क्यों लिया ऐसा फैसला?

हरियाणा के भिवानी में स्थित इस गांव में अब कोई भी नौजवान कच्छे में गलियों में घूमता मिला तो उस पर एक्शन लिया जाएगा. गुजरानी ग्राम पंचायत की सरपंच रेणु के प्रतिनिधि ससुर सुरेश सारा कामकाज वहां देखते हैं. सुरेश कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अक्सर देखने में आता था कि गांव के युवा कच्छा या कैपरी पहनकर गांव में सरेआम घूमते रहते थे, जिससे गांव की बहन-बेटियों को शर्मिंदा होना पड़ता था. उन्होंने कहा कि आदेश जारी होने के बाद अगर गांव में कोई पंचायत के आदेश को नहीं मानता है तो पहले उसके घर जाकर परिजनों से बात कर उन्हें चेतावनी दी जाएगी. इसके बावजूद भी अगर कोई शख्स आदेश को मानने को तैयार नहीं होता है तो पंचायत इस पर फैसला सुनाएगी.

मोहल्ले में जाएं तो इज्जत के साथ…

सरपंच प्रतिनिधि सुरेश सारा का कहना है कि कोई सार्वजनिक जगह पर ऐसी हालत में जाता है तो वो शोभा नहीं देता और महिलाओं को शर्मिंदा होना पड़ता है. ऐसे में पंचायत ने ये आदेश पास किया है. आदेश के बाद दूसरी पंचायतों से भी उन्हें फोन आने लगे हैं और वे भी अपने यहां इस आदेश को लागू करने की बात कह रहे हैं. सरपंच प्रतिनिधि सुरेश कुमार ने कहा कि घर में गांव के युवक जैसे भी रहें. मगर जब वे दूसरों के घर या मोहल्ले में जाएं तो इज्जत के साथ जाएं.

ग्राम पंचायत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोई भी युवक जो कच्छे या कैपरी में घूमेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. बताते चलें कि इस आदेश के बाद से गुजरानी गांव में युवाओं ने कच्छा और कैपरी पहनकर घूमना बंद कर दिया है.

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