Bangladesh Violence: बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक संकट पर भारत अपनी नजर बनाए है. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद देश को छोड़कर भारत में शरण ली हुई है. ऐसे में बांग्लादेश के मुद्दे को लेकर संसद में भारतीय विदेश मंत्री ड़ा. एस जयशंकर की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक का आयोजन हुआ.
इस बैठक के दौरान बांग्लादेश में हुई हिंसा और वहां पैदा हुए राजनीतिक संकट की जानकारी सभी दलों के सांसदों को दी गई. इस दौरान विपक्ष ने कहा कि इस मामले में वह सरकार के साथ खड़ा है. जानकारों का मानना है कि बांग्लादेश का संकट भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है.
सरकार के साथ विपक्ष
संसद में हुए इस सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर के अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई अन्य नेता शामिल रहें. बैठक में विदेश मंत्री से कई सारे सवाल पूछे गए हैं. लगभग हर मुद्दे पर सरकार के साथ तकरार करने वाला विपक्ष भी इस बार पूरी तरह से सरकार के समर्थन में खड़ा है.
बांग्लादेश मुद्दे पर राहुल गांधी ने पूछा सवाल
मोदी सरकार द्वारा बुलाई गई इस बैठक में राहुल गांधी ने विदेश मंत्री से सवाल किया कि “क्या पड़ोसी मुल्क में मची उथल-पुथल में विदेशी ताकतों का हाथ है? सरकार का इस मामले पर लॉन्ग टर्म प्लान क्या है? इसके अलावा बांग्लादेश में यदि नई सरकार आती है, तो उसे लेकर हमारा क्या प्लान है?” सर्वदलीय बैठक में राहुल गांधी के इन सभी सवालों को विदेश मंत्री ने जवाब दिया.
#WATCH | Delhi: All-party meeting underway in the Parliament on the issue of Bangladesh. EAM Dr S Jaishankar briefs the members of different political parties. pic.twitter.com/4Cl1rFRkyG
— ANI (@ANI) August 6, 2024
हम सरकार के साथ: विपक्ष
वहीं, राहुल गांधी के अलावा भी कई दलों के सांसदों ने भी विदेश मंत्री से सवाल किए. हालांकि सभी के सवालों का जवाब मिलने के बाद विपक्ष ने एक सुर में कहा कि बांग्लादेश को लेकर सरकार कोई भी फैसला करती है तो वह उसके साथ है. वहीं, सर्वदलीय बैठक से पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बांग्लादेश के बिगड़े हालात को लेकर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक भी हुई थी.