Beating Retreat Ceremony 2024: ऐतिहासिक विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आज, 31 भारतीय धुनों का बनेगा गवाह

Divya Rai
Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Divya Rai
Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Beating Retreat Ceremony 2024: भारत ने अपना 75वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) बड़े धूमधाम से मनाया. राजधानी दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ पर देश की सैन्य ताकत, नारी शक्ति का प्रदर्शन और सांस्कृतिक विरासत देखने को मिली. हर साल 29 जनवरी के दिन ऐतिहासिक विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट (Beating The Retreat) समारोह आयोजित किया जाता है. इसी समारोह के साथ गणतंत्र दिवस कार्यक्रम का समापन होता है. आज शाम को इस कार्यक्रम की शुरूआत होगी.

लोकप्रिय धुन के साथ होगा कार्यक्रम का समापन

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की शुरूआत ‘शंखनाद’ धुन से होगी. आज शाम में भारतीय सेना के जवान 31 मनमोहक भारतीय धुनों की प्रस्तुति दर्शकों के सामने करेंगे. 26 जनवरी को कर्त्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत ‘शंखनाद’ और वाद्य यंत्र बजाने के साथ हुई थी. बीटिंग द रिट्रीट समारोह का समापन ‘कदम कदम बढ़ाए जा’, ‘सारे जहाँ से अच्छा’, ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ जैसे लोकप्रिय धुन के साथ होगा.

ये भी पढ़ें- UP News: CM योगी ने सफाई कर्मियों के लिए किया बड़ा ऐलान, कहा…

1950 में हुई थी बीटिंग रिट्रीट की शुरुआत

बीटिंग रिट्रीट एक सदियों पुरानी परंपरा है जिसकी शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी. इस अनूठे समारोह को भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट्स ने स्वदेशी रूप से विकसित किया. ये सेरिमनी पुरानी सैन्य परंपरा का प्रतीक है. सूर्यास्त होते ही सैनिक अपने हथियार बंद कर युद्ध भूमि से हट जाते थे. जैसे ही रिट्रीट की ध्वनि बजाई जाती थी, सभी सैनिक अपने शिविरों में वापस लौट आते थे. शाम के वक्त सैनिकों को झंडा उतारने और परेड करने का आदेश दिया जाता था. हर साल ये समारोह पुरानी यादों को ताजा करने के लिए आयोजित किया जाता है.

समारोह में कौन-कौन होगा शामिल?

बता दें कि इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे. आज सूर्यास्त के समय विजय चौक पर समारोह की शुरुआत भारतीय धुनों से होगी. ‘देशों का सरताज भारत’, ‘संगम दूर’, ‘वीर भारत’, ‘अर्जुन’, और ‘भागीरथी’ जैसी मनमोहक धुन देशभक्ति का ज्वार पैदा करेंगे.

Latest News

अब युवाओं के हाथों में भारत का भविष्य, बोले डॉ. राजेश्वर सिंह- ‘भारत को 2047 तक 15 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी… ‘

Thoughts Of Dr Rajeshwar Singh: बीजेपी के लोकप्रिय नेता एवं सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) युवाओं...

More Articles Like This