नई दिल्ली के भारत मंडपम में बहुप्रतीक्षित विश्व पुस्तक मेले का शानदार आगाज हो चुका है. यह भव्य आयोजन 1 से 9 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें किताबों के प्रेमी, लेखक, प्रकाशक और साहित्य जगत से जुड़े लोग बड़ी संख्या में शिरकत कर रहे हैं. इसी कड़ी में दूसरे दिन दिल्ली के होटल अशोक में “CEO स्पीक” के 12वें संस्करण का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में भारत एक्सप्रेस के सीएमडी श्री उपेंद्र राय सहित कई वैश्विक मेहमानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
CEO स्पीक: जब एक मंच पर आए वैश्विक प्रकाशन जगत के दिग्गज
“CEO स्पीक” कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक प्रकाशन उद्योग में नवाचार और विकास के नए रास्ते तलाशना था. इस कार्यक्रम में नेशनल बुक ट्रस्ट के चेयरमैन और डायरेक्टर सहित कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने हिस्सा लिया. नाश्ते पर आयोजित इस विशेष चर्चा में रशियन बुक मार्केट, शारजाह बुक मार्केट और विश्वभर के प्रकाशन उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई.
इस दौरान एक विशेष पैनल डिस्कशन का आयोजन भी किया गया, जिसका मुख्य विषय था—
“Publishers as Nation Builders”
इस चर्चा में प्रमुख पैनलिस्ट के रूप में शामिल थे:
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जया भट्टाचार्य रोस
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प्रदीप हसंथा
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सरगई केकिन
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सुब्रह्मण्यन शेषाद्रि
सीएमडी उपेंद्र राय को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान भारत एक्सप्रेस के सीएमडी श्री उपेंद्र राय को उनकी अद्वितीय प्रतिभा, विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और साहित्य में योगदान के लिए सम्मानित किया गया. नेशनल बुक ट्रस्ट के डायरेक्टर युवराज मलिक ने उन्हें संविधान की प्रति भेंट कर सम्मानित किया.
उपेंद्र राय की पुस्तकें “नजरिया” और “हस्तक्षेप” आज के दौर में बेहद लोकप्रिय हैं. ये किताबें आधुनिक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को एक नई दृष्टि से देखने की प्रेरणा देती हैं. उनकी लेखनी पाठकों को समाज की गहरी परतों को समझने का अवसर देती है और इसी वजह से वे आम जनता के बीच बेहद लोकप्रिय हैं.
विश्व पुस्तक मेले में उमड़ रही है भारी भीड़
इस बार का विश्व पुस्तक मेला न सिर्फ भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. हर दिन हजारों की संख्या में पुस्तक प्रेमी अपने परिवार और मित्रों के साथ मेले का आनंद लेने पहुंच रहे हैं. खास बात यह है कि स्कूली बच्चे अगर यूनिफॉर्म में आते हैं, तो उनके लिए एंट्री बिल्कुल फ्री है.
क्यों जाएं इस बार के विश्व पुस्तक मेले में?
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अद्वितीय पुस्तकों का विशाल संग्रह
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प्रकाशन जगत के दिग्गजों से मुलाकात का अवसर
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अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों के साथ संवाद
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नई किताबों की लॉन्चिंग और हस्ताक्षर सत्र
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साहित्य और संस्कृति का अनूठा संगम