Bharat Express Conclave: ‘जिनकी मानसिकता राम विरोधी, उन्हें अयोध्या ना बुलाया जाए…, कॉन्क्लेव में बोले महंत राजू दास

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Bharat Express Conclave: राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा में महज 11 दिनों का समय शेष है. इसको लेकर तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं. वहीं, आज यानी बुधवार 12 जनवरी को भारत एक्सप्रेस का कारवां रामनगरी अयोध्या पहुंंचा. राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से कुछ दिनों पहले भारत एक्सप्रेस पर सबसे बड़ा Conclave ‘अवध में राम’ का आयोजन किया जा रहा है. आज सुबह 10 बजे से लगातार अवध से श्रीराम की बात हो रही है. भारत एक्सप्रेस कॉन्क्लेव में भगवान राम से जुडें कई विषयों पर चर्चा हो रही है. इस कॉन्क्लेव में देश भर की जानी मानी हस्तियां शिरकत कर रही हैं.

जानकारी दें कि सालों बाद भगवान श्री राम अयोध्या वापस आ रहे हैं. राम भक्तों के लिए यह एक बड़ा श्रद्धा का क्षण है. इस क्षण का साक्षी देश का हर सनातनी बनना चाहता है. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ मंदिर और शहर एक बड़े पैमाने पर बदलाव का गवाह बन चुका है. वहीं, दूसरी तरफ योगी सरकार राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ऐतिहासिक बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही. भारत एक्सप्रेस के कॉन्क्लेव में पहुंचे अतिथियों ने भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लेकर क्या कहा आइए आपको बताते हैं…

आचार्य सत्येंद्र दास हुए भारत एक्सप्रेस के कॉन्क्लेव में शामिल

भारत एक्सप्रेस पर सबसे बड़ा Conclave का आयोजन किया जा रहा है. इसमें आचार्य सत्येंद्र दास भी शामिल हुए. उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और राम मंदिर निर्माण को लेकर कई बातों को रखा. प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने वालों पर आचार्य सत्येंद्र दास ने तीखा प्रहार भी किया. उन्होंने कहा कि मैं तो कहूंगा कि उन्होंने निमंत्रण नहीं ठुकराया, बल्कि रामलला ने ही उन्हें ठुकरा दिया. इसलिए सड़क-सड़क घूम रहे हैं. कांग्रेस ने 20-20 वकील खड़े किए थे कि कोई आदेश न हो. आज इनकी हालत देखो.

साथ ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह संघर्ष 500 वर्ष चला. 23 दिसंबर 1949 को भक्तगणों ने रामलला के दर्शन पाए. उनके लिए 1992 में 6 दिसंबर को उस कलंक को मिटाया गया, जिसके कारण मंदिर तोड़ा गया था. रामलला त्रिपाल में 28 साल रहे. अभी रामलला साईं मंदिर में हैं. वो जल्द इस भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.

पुजारी महंत राजू दास ने रखी अपनी बात

भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क द्वारा आयोजित ‘अवध में राम’ कॉन्क्लेव में हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत राजू दास भी पहुंचे. उन्होंने सनातन धर्म पर ​आपत्तिजनक बयान देने वालों को जमकर दुत्कारा. इसी के साथ उन लोगों को खरी खोटी भी सुनाई जिन्होंने रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है.

हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत राजू दास ने कहा कि जो लोग निमंत्रण पत्र दिए जाने पर भी नहीं आ रहे, ऐसे लोगों को बुलावा ही नहीं दिया जाना चाहिए था. मैंने ट्रस्ट से एक अनुरोध किया था कि जिनकी मानसिकता राम विरोधी रही है उन्हें यहां नहीं आने दिया जाए.

इकबाल अंसारी बोले हम लोग कभी विरोध में नहीं रहे

भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क द्वारा आयोजित ‘अवध में राम’ कॉन्क्लेव में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी शिरकत की. उन्होंने इस दौरान कहा कि अयोध्या में राजनीति नहीं. जितने भी काम होते रहे वो कानून के दायरे में होते रहे और हम लोग भी कभी विरोध में नहीं रहे. हमने कहा था कि जो भी कानून का फैसला होगा वो मानेंगे. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वही हुआ. यहां मंदिर बना है. हम भगवान के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में विकास हो रहा है और इस फैसले के बाद देशभर के मुसलमानों ने स्वागत किया. देश में कहीं भी दंगे नहीं हुए, रोड पर कोई धरना नहीं हुआ.

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