‘मुस्लिमों को Pakistan मिल गया, सनातनियों को उनका भारतवर्ष नहीं मिला’, Bharat Express के कान्‍क्‍लेव में बोले संतोष सिंह

Divya Rai
Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Divya Rai
Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Kashi Ka Kayakalp: भारत एक्‍सप्रेस न्‍यूज चैनल की ओर से बनारस में ‘काशी का कायाकल्‍प’ कॉन्‍क्‍लेव आयोजित किया गया. इस आयोजन में विश्‍व वैदिक सनातन न्‍यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सिंह, जो ज्ञानवापी मामले के पैरोकार भी हैं, उन्‍होंने भी संबोधन दिया.

संतोष सिंह ने ‘काशी का कायाकल्‍प’ कॉन्‍क्‍लेव के मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अब काशी का तेजी से कायाकल्‍प हो रहा है. यहां पर्यटकों की संख्या में बहुत बढ़ोतरी हुई है. अब हाल ये है कि होटल में लोगों को कमरे नहीं मिलते हैं.

उन्‍होंने कहा, “काशी में चहुंमुखी विकास हो रहा है. यहां मानो विकास की धारा बह रही है. इतिहास में जैसा वर्णन है, वैसी ही काशी अब बन रही है.”

विश्व वैदिक सनातन न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक बड़ी बात ये भी कही, कि हिंदुस्‍तान हिंदुओं के लिए होना चाहिए. जैसे मुस्लिमों को उनका पाकिस्तान मिल गया, वैसे सनातनियों को उनका भारतवर्ष नहीं मिला. भारत सनातन राष्‍ट्र घोषित हो, क्‍योंकि हमारा सनातन धर्म वसुधैव कुटुंबकम की बात करता है.

‘वक्फ बोर्ड का कानून एक काला कानून’

संतोष सिंह ने मुस्लिमों के लिए बने वक्फ बोर्ड को भी गैरजरूरी बताया. उन्‍होंने कहा कि “वक्फ बोर्ड का कानून एक काला कानून है, इसे खत्म कर देना चाहिए. उन्‍होंने कहा, “वक्फ बोर्ड में संसोधन की जरूरत नहीं, ये देश के खिलाफ है, इसे खत्म कर देना चाहिए.”

‘मठ-मंदिरों से सरकार का नियंत्रण खत्म हो’

मठ-मंदिरों को लेकर संतोष सिंह बोले, “मठ-मंदिरों से सरकार का नियंत्रण खत्म हो. जिस तरह अन्‍य मजहबों के धार्मिक देवालय या उपासना स्‍थल स्‍वतंत्र हैं, वैसे ही सनातनियों के देवालय या उपासना स्‍थलों पर सरकार का नियंत्रण नहीं होना चाहिए.”

ये भी पढ़ें- काशी सर्वविद्या की राजधानी, ज्ञान के साथ हुनरमंद हो रहे छात्र; मेगा कॉन्क्लेव में बोले पूर्व कुलपति प्रो. योगेंद्र सिंह

 

Latest News

डिजिटल पेमेंट में वर्ल्ड लीडर बन रहा भारत, RBI के डिप्टी गवर्नर बोले-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से फैल रहा UPI

UPI network: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूपीआई नेटवर्क का लगातार विस्‍तार हो रहा है, जिससे भारत डिजिटल पेमेंट टेक्नोलॉजी में...

More Articles Like This