Bharat Express Uttarakhand Conclave: जानिए कैसे आईटीबीपी करेगी उत्तराखंड की जनता का इलाज: सीएम पुष्कर सिंह धामी Exclusive

Ujjwal Kumar Rai
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Chief Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Bharat Express Uttarakhand Conclave: उत्तराखंड अपने गठन के 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं. इस राज्य का गठन साल 2000 में 9 नवंबर को हुआ था. देवभूमि के रजत जयंती वर्ष पर भारत एक्सप्रेस की तरफ से एक मेगा कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है. ‘नये भारत की बात, उत्तराखंड के साथ’ कॉन्क्लेव में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे. इस दौरान भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने उनका भव्य स्वागत किया. सीएम धामी, आचार्य बालकृष्ण और भारत एक्सप्रेस के सीएमडी उपेंद्र राय ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया.

यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बोले सीएम धामी

इस कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने तमाम सवाल किए. जिसका उन्होंने बड़ी बेबाकी से जवाब दिया. इस दौरान उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा हुई. देवभूमि में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “यूनिफॉर्म सिविल कोड हमारी पार्टी का देश की आजादी के बाद लगातार संकल्प था कि देश के अंदर ये लागू होना चाहिए. भारत के संविधान में अनुच्छेद 44 में इसका प्रावधान किया गया है. जब संविधान बनाने वाले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर समेत सभी लोग संविधान का निर्माण कर रहे थे, तभी ये प्रावधान किया गया था कि राज्य इसे अपने यहां लागू कर सकते हैं. हमने साल 2022 में हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड की जनता के सामने ये संकल्प रखा. हमने कहा कि नई सरकार का गठन होते ही हम पहला निर्णय यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने की कार्रवाई शुरू करने को लेंगे. अपने वादे के मुताबिक ही हमने कमेटी बनाई.”

इस मामले में पहला राज्य बना उत्तराखंड

उन्होंने बताया कि इसके लिए 2,35,000 लोगों से संवाद किया गया. लोगों और स्टेक होल्डर से पात्रों और अलग-अलग माध्यम से सुझाव लिए गए. सभी की भावना जानकर सुझाव लिए गए. इसके बाद विधानसभा में विधेयक लाया गया. विधानसभा से पारित होने के बाद इसे राष्ट्रपति महोदय को भेज दिया गया. राष्ट्रपति ने भी इस पर मुहर लगा दी. इसके लागू होने के साथ ही उत्तराखंड आजादी के बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने वाला पहला राज्य बन गया. इसका श्रेय उत्तराखंड की जनता को जाता है. इतना ही नहीं उत्तराखंड राज्य के इतिहास में एक मिथक या परिपाटी भी टूट गई. 5 साल में होने वाले हर चुनाव में सरकार बदल जाती थी. इस बार राज्य स्थापना के 22वें साल में चुनाव हो रहा था. इस चुनाव में जनता ने दोबारा हम पर भरोसा जताकर मिथक तोड़ा और हमारी सरकार दोबारा बनी.

उत्तराखंड में नीम करोली बाबा के दर्शन के लिए लोग करौली तक को जाते हैं. इस धाम के ऊपर की तरफ स्थित प्राचीन जागेश्वर धाम को लेकर सीएम धामी ने कहा देश की ज्यादातर जनता को इस धाम के बारे में नहीं पता था. प्राचीन मंदिर और चार धाम तेजी से लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन गए. इस वर्ष 45 लाख लोगों ने चार धाम के दर्शन किए हैं. हमने मानसखंड मंदिर कला मिशन के अंतर्गत 16 मंदिर लिए हैं. इनका सुंदरीकरण, नव निर्माण और चौड़ीकरण हो रहा है. इनका सर्किट बनाने का काम हमने प्रारंभ किया है. ये भी हमारा चुनाव का एक संकल्प था. हम अपना वादा पूरा कर रहे हैं.

जागेश्वर धाम को लेकर बोले सीएम
बाबा जागेश्वर धाम को लेकर सीएम धामी ने कहा कि ये हमारा बहुत बड़ा धार्मिक स्थल है. बाबा के स्थान को लेकर लोगों की मान्यताएं हैं कि यहां आने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. बाबा सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं. इसके नवनिर्माण का मास्टर प्लान बनाया गया है. उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद करता हूं. जब उन्होंने जागेश्वर धाम की यात्रा और दर्शन किए, उसके बाद वहां आने वाले यात्रियों और संख्या में काफी वृद्धि हुई है.

औद्योगिक विकास और रोजगार पर बोले सीएम धामी
औद्योगिक विकास और रोजगार को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “नीति आयोग जो सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स बनाता है, इसके लक्षयों को प्राप्त करने में पूरे देश की रैंकिंग इंडेक्स में उत्तराखंड पहले स्थान पर है. देहरादून में आयोजित इन्वेस्टर सबमिट का आयोजन किया गया था. औद्योगिक विकास के लिए सरकार ने नई नीतियां बनाई, जो पहले से चली आ रही नीतियां थी उनका सरलीकरण भी किया. कई नियमों में बदलाव किया. इसका परिणाम ये हुआ कि हमने तो सोचा था कि 2 लाख के MOU या ढाई लाख तक हो जाएंगे, लेकिन हमने 3000 करोड़ के MOU किए. लगभग 70,000 करोड़ से ज्यादा का ग्राउंड पर काम भी शुरू हो गया है. सरकार का प्रयास है कि जितनी भी सुविधा राज्य सरकार दे सकती है दी जा रही है. कानून व्यवस्था और नियमों में सरलीकरण के चलते इन्वेस्टर उत्तराखंड की तरफ आकर्षित भी हो रहे हैं. उत्तराखंड में कोई इंडस्ट्री लगाना चाहते, कोई संस्थान खोलना चाहे, तो उन सभी का स्वागत हैं.

अपराध राज्य के लिए बहुत बड़ी चुनौती: सीएम धामी

वहीं, उत्तराखंड में अपराध और नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ो को लेकर सीएम धामी ने कहा, “यह हमारे लिए और राज्य के लिए बहुत बड़ी चुनौती है. हमने इस वर्ष 2025 को ड्रग्स फ्री देवभूमि बनाने का संकल्प लिया है. इस दिशा में हम काम कर रहे हैं. इसके लिए जन जागरण और संयुक्त प्रयास की जरुरत है. सीएम धामी ने कहा उत्तराखंड सामरिक दृष्टि से भारत का बहुत महत्वपूर्ण राज्य है, क्योंकि इसकी सीमाएं दो अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से लगती है. इसका एक हिस्सा नेपाल और दूसरा चीन के साथ लगता है.

कैसा है सीमा सुरक्षा बल और उत्तराखंड पुलिस का तालमेल?

सीमा सुरक्षा बल और उत्तराखंड पुलिस के आपसी तालमेल को लेकर सीएम धामी ने कहा,” देवभूमि की जनता सुरक्षा बलों का सहयोग देती है. ऐसा हर व्यक्ति के मन में है. लोगों में सेवा का संस्कार और सीमा सुरक्षा बलों में सभी का सहयोग करने का है. यहां आईटीबीपी अनेक स्थान पर काम कर रही है. हमने संयुक्त प्रयास से नया काम शुरू किया है. देश में सबसे पहले हमने आईटीबीपी के साथ समझौता किया कि दूध अंडे या मीट या जो भी सप्लाई होगी हमारे यहां से होगी. अब तक हम काफी बड़ी संख्या में उनका सप्लाई कर चुके हैं. गृहमंत्री जी ने बताया ये जो प्रयोग यहां शुरू हुआ है और वह पूरे देश में शुरू होने जा रहा है.

जनता का भी इलाज करेगी आईटीबीपी
सीएम धामी ने बताया कि आईटीबीपी के बहुत सारे अस्पताल पूरे देश में हैं. आईटीबीपी एक ऐसी फोर्स है, जिसमें डॉक्टरों की संख्या बहुत अधिक है. उत्तराखंड सरकार ने आइटीबीपी से कहा था कि कई क्षेत्र में उनकी पोस्ट और कंपनियां है. वहां भी उनकी फोर्स के डॉक्टरों के द्वारा दी जा रही सुविधा हमारी जानता को भी मिले. वह जनता का भी इलाज करें. तब उन्होंने कुछ कहा था कि उनके पास सीमित दवाइयां आती हैं, तब हमने कहा कि हम राज्य सरकार की तरफ से इसकी व्यवस्था करेंगे. परस्पर सहयोग से हम सभी देश के लिए काम कर रहे हैं.

उत्तराखंड हिंदुस्तान के 5 प्रमुख राज्यों में एक बने: सीएम धामी
उत्तराखंड अपने गठन के 25वें वर्ष में प्रवेश करने को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अमृत कल की संज्ञा दी है. हमारा राज्य इन 25 सालों में पूर्णता यो को प्राप्त हो चुका है. इसके बाद जो यात्रा प्रारंभ होती है, जैसे किसी व्यक्ति के जीवन में यात्रा प्रारंभ होती है कि वह अपने सभी प्रकार के एस्टेब्लिशमेंट को ठीक करता है. हम अगले 50 साल का प्लान करके चल रहे हैं. आने वाले 25 साल में उत्तराखंड को हर दृष्टि से आगे ले जाना है. ताकि उत्तराखंड हिंदुस्तान के 5 प्रमुख राज्यों में एक बन जाए. आने वाले दिनों में सड़क मार्ग से उत्तराखंड से मेरठ, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद की दूरी महज डेढ़ घंटे में तय कर सकेंगे.

आपदा को लेकर बोले सीएम
उत्तराखंड में आने वाली आपदाओं को लेकर सीएम धामी ने कहा एनडीआरएफ है एसडीआरएफ आपस में कोऑर्डिनेशन करके काम करती है. 31 जुलाई को जब आपदा आई, तो पूरी रात मैं और हमारे अधिकारी जगे रहे. हमारे सभी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और विशेष टिहरी जिले से हमने 22000 तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला.

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