UPSC Action on Pooja Khedkar: महाराष्ट्र कैडर की प्रोबेशनरी IAS अधिकारी पूजा खेडकर पर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने बड़ा एक्शन लिया है. आयोग ने पूजा खेडकर से आईएएस की नौकरी छीनने के साथ ही उन पर भविष्य की सभी परीक्षाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसकी जानकारी खुद आयोग ने साझा की है. बता दें कि पूजा खेडकर पर गलत तरीके से यूपीएससी में आरक्षण लेने का आरोप है. इसे लेकर पूजा पर केस भी दर्ज किया गया था.
यूपीएससी ने रद्द कर दी उम्मीदवारी
आयोग ने बताया कि आज सिविल सेवा परीक्षा-2022 (सीएसई-2022) की अनंतिम रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर की अनंतिम उम्मीदवारी कैंसिल कर दी गई है. इसके साथ ही उन्हें भविष्य की सभी परीक्षाओं और चयनों से स्थायी रूप से रोक लगा दिया गया है.
दर्ज हुआ था ये केस
बता दें कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कथित तौर पर 19 जुलाई को पूजा खेडकर पर सिविल सेवा परीक्षा में अपनी उम्मीदवारी सुरक्षित करने के लिए विकलांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (गैर-क्रीमी लेयर) कोटा का दुरुपयोग करने का केस दर्ज किया था. इसी मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में मंगलवार को पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा की ओर से पेश एडवोकेट बीना माधवन ने कोर्ट को बताया कि उनके मुवक्किल को कलेक्टर के खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कराने के वजह से निशाना बनाया जा रहा है.
क्या थे आरोप?
बता दें कि पूजा खेडकर महाराष्ट्र में ट्रेनी के तौर पर अधिकारी बनी थी. उन्हें अतिरिक्त सहायक कलेक्टर के तौर पर नियुक्त किया गया था. इसके बाद जिलाधिकारी सुहास दिवसे ने वरिष्ठ अधिकारियों को खेडकर के आचरण के बारे में जानकारी दी थी. खेडकर पर आरोप लगा था कि प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी के रूप में उन सुविधाओं की मांग की, जिनकी वे हकदार नहीं थीं. इसके अलावा अधिकारी के चैंबर पर कब्जा करने, अपने पद का दुरुपयोग करने, निजी ऑडी कार में लाल बत्ती और ‘महाराष्ट्र सरकार’ के प्लेट लगवाने का आरोप था. प्राइवेट कार में पूजा खेडकर वाशिम सड़कों पर घूमती हुई नजर आईं थी. इसके बाद उनके सेलेक्शन पर सवाल उठे जिसके बाद उनकी पोल खुल गई थी.
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