भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) ने पहलवान बजरंग पूनिया (unia) द्वारा भारतीय कुश्ती संघ को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल की गई याचिका पर प्रतिक्रिया दी है. उनहोंने कहा कि ये कुश्ती का दुर्भाग्य है. दो वर्ष से लगातार यह लोग कुश्ती को बाधित कर रहे हैं. जब यह लोग धरने पर बैठे थे, तब कह रहे थे कि हम कुश्ती को बचाने के लिए आए हैं और इसीलिए हम लोग धरना कर रहे हैं. लगातार ये कोई न कोई याचिका हाईकोर्ट में डालते हैं और खेल को रोकने की बात करते हैं.
पूरी देश की कुश्ती को खत्म करना चाहते हैं यह लोग: बृजभूषण शरण सिंह
पूर्व सांसद ने आगे कहा, यह लोग पूरी देश की कुश्ती को खत्म करना चाहते हैं. बजरंग पूनिया कांग्रेस के नेता है और कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. देश की कुश्ती लगातार बर्बाद हो रही है, कांग्रेस को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. इससे पहले साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादयान ने याचिका डाली थी, लेकिन कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में शामिल होने गई और मेडल लेकर आई. नवाबगंज के विश्नोहरपुर स्थित आवास पर बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि अब नेशनल कुश्ती होनी है, इसमें प्रतिभाग करने वाले बच्चे प्रमाण पत्र पाते हैं और वह नौकरी में काम आता है.
हाईकोर्ट ने नेशनल चैंपियनशिप के आयोजन पर नहीं लगाया है रोक
अब इन्हें रोकने के लिए एक याचिका दाखिल की गई है. पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा, भारतीय कुश्ती संघ ही प्रतियोगिता कराता है और वहीं खिलाड़ियों का चयन ट्रायल कराता है. हाईकोर्ट ने नेशनल चैंपियनशिप के आयोजन पर रोक नहीं लगाया है और सुनवाई के लिए तारीख दी है. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, दो वर्ष से कैंप नहीं चल रहा है. यदि लखनऊ में कैंप चलने में दिक्कत है, तो महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश व राजस्थान में लगवाएं.