mpox symptoms: विश्व के तमाम देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं. खास कर अफ्रीका में इस संक्रमण की रफ्तार ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एमपॉक्स वायरस को हाल के दिनों में ही हेल्थ इमरजेंसी के रूप में चिन्हित किया था. अफ्रीकी देशों से मंकीपॉक्स के मामले आने शुरु हुए और अब यह कई देशों में बड़ी तेजी से फैल रहा है. रविवार को भारत में भी एक शख्स में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं, जिसके बाद रोगी के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है.
इस बीच मंकीपॉक्स के विस्तार को देखते हुए भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए एडवाइजरी जारी की है. माना जा रहा है कि भारत में अगर संक्रमण को रोकने के लिए खास इंतजाम नहीं किए गए तो इसका परिणाम घातक हो सकता है. आज केंद्र सरकार द्वारा जारी एजवाइजरी में संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की सलाह दी है.
Union Health Secretary Apurva Chandra issues advisory to States/UTs in view of WHO’s declaration of Public Health Emergency of International Concern (PHEIC) related to Mpox pic.twitter.com/tQIXg2V2Ix
— ANI (@ANI) September 9, 2024
भारत में रविवार को आया पहला मामला
विहत रविवार को भारत में एक शख्स में मंकीपॉक्स के लक्षणों की पहचान हुई है. इसके बाद रोगी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय इस केस पर नजर बनाए हुए है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस मरीज को अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है. वर्तमान में मरीज के खतरे से बाहर होने की बात कही गई है.
जानिए क्या है मंकीपॉक्स
विशेषज्ञों का कहना है कि मंकीपॉक्स एक वायरल डिजीज है, जो एमपॉक्स वायरस के जरिए फैलता है. इसका संक्रमण काफी तेज होता और यह किसी को भी जल्दी बीमार डालता है. आसान भाषा में समझें तो मंकी पॉक्स वायरस, स्मॉल पॉक्स (चेचक) की फैमिली या उस जैसे वायरस ग्रुप का मेंबर है. हालांकि, यह चेचक से कम हानिकारक है.
कैसे करें मंकीपॉक्स से बचाव?
- मंकीपॉक्स वायरस जानवरों से फैलता है. बंदरों और अन्य जानवरों के संपर्क में आने बचें इसी के साथ साफ-सफाई का खास ध्यान रखें.
- शरीर पर किसी प्रकार के दाने दिखने की स्थिति में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. सार्वजनिक स्थानों पर नाक और मुंह को ढक कर रखने की कोशिश करें.
- इससे बचाने के लिए एमपॉक्स वैक्सीन की दो खुराक लें. आप 28 दिनों के अंतराल में दोनों खुराक ले सकते हैं.