Civil Services Day: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सिविल सेवा दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार जिन नीतियों पर काम कर रही है, वे आगामी 1,000 वर्ष का भविष्य तय करेंगी. पिछले 10 साल में भारत धीमी गति के परिवर्तन से आगे बढ़कर अब प्रभावशाली बदलाव देख रहा है.
उन्होंने कहा कि आज हम जिन नीतियों पर काम कर रहे हैं और जो निर्णय ले रहे हैं, वे आगामी 1,000 वर्ष के भविष्य को आकार देंगे. भारत का आकांक्षी समाज-युवा, किसान और महिलाएं- और इसके सपने अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं. इन असाधारण आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए असाधारण गति आवश्यक है.’’
भारत के समग्र विकास पर ध्यान दे रही भाजपा
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि शासन की गुणवत्ता इस बात से निर्धारित होती है कि योजनाएं लोगों तक कितनी गहराई से पहुंचती हैं और उनका जमीनी स्तर पर कितना वास्तविक प्रभाव पड़ता है. आज हम भारत के समग्र विकास पर ध्यान दे रहे है, जिसका तात्पर्य है कि कोई भी गांव, कोई भी परिवार और कोई भी नागरिक पीछे न छूटे.
इन मामलों में नए मानक स्थापित कर रहा भारत
पीएम मोदी ने कहा कि भारत शासन, पारदर्शिता और नवोन्मेष में नए मानक स्थापित कर रहा है. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के युग में शासन का मतलब प्रणाली का प्रबंधन करने से नहीं है, बल्कि इसका तात्पर्य संभावनाओं को बढ़ाना है. इस दौरान पीएम ने साल 2023 में भारत द्वारा आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि जनभागीदारी के दृष्टिकोण ने इस आयोजन को लोगों के आंदोलन में बदल दिया और दुनिया ने इसे स्वीकार किया.
पीएम मोदी ने सिविल सेवको से की ये अपील
उन्होंने कहा कि भारत सिर्फ भाग नहीं ले रहा, बल्कि नेतृत्व कर रहा है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सिविल सेवकों से गरीबों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील होने, उनकी आवाज सुनने, उनकी संवेदनशीलता का सम्मान करने और उनकी समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता देने को कहा.
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