पिछले कई दिनों से कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) मोदी सरकार (Modi Government) की नीतियों की तारीफ कर रहे हैं. थरूर ने पहले रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर केंद्र सरकार की विदेश नीति की तारीफ की थी, अब उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की ‘वैक्सीन मैत्री’ पहल की तारीफ की है. उन्होंने कहा, इस पहल ने भारत की ग्लोबल सॉफ्ट पावर को मजबूत किया है. साथ ही देश को एक उत्तरदायी वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया.
बता दें, वैक्सीन मैत्री पहल की शुरुआत जनवरी 2021 में हुई थी, जब कोरोना महामारी तेजी से फैल रही थी. उस दौरान भारत ने विकासशील देशों को भारी मात्रा में घरेलू रूप से निर्मित वैक्सीन उपलब्ध कराई. इसके साथ ही कोवैक्स पहल के जरिए भी भारत ने ग्लोबल वैश्विक डिस्ट्रीब्यूशन में अहम भूमिका निभाई.
भारत ने शक्तिशाली उदाहरण किया पेश
एक लेख में शशि थरूर ने कहा, कोविड महामारी के दौरान भारत की वैक्सीन कूटनीति उस समय की भयावहता के बीच जिम्मेदारी और एकजुटता में निहित अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व के एक शक्तिशाली उदाहरण के रूप में सामने आई. 100 से अधिक देशों को भारत में निर्मित टीके वितरित करके भारत ने सबसे अधिक जरूरत पड़ने पर मदद का हाथ बढ़ाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया.
शशि थरूर ने की तारीफ
अपने लेख में शशि थरूर ने लिखा कि कोविड के दौरान हमारे प्रयास केवल वैक्सीन बनाने तक सीमित नहीं थे, बल्कि नेपाल, मालदीव और कुवैत में भारतीय सैन्य डॉक्टरों को भेजने और दक्षिण एशियाई देशों में स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित करने तक फैले हुए थे.
कांग्रेस सांसद ने ये भी कहा, वैक्सीन मैत्री प्रोग्राम ने दक्षिण एशिया और अफ्रीका में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने का काम किया. उन्होंने माना कि भारत की वैक्सीन कूटनीति ने देश की सॉफ्ट पावर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान भारत को अपने घरेलू जरूरतों को प्राथमिकता देनी पड़ी, लेकिन फिर भी उसकी वैक्सीन कूटनीति वैश्विक मंच पर असरदार साबित हुई.