Mahatma Gandhi Death Anniversary: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने आज राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा- मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. मैं उन सभी को भी श्रद्धांजलि देता हूं, जो हमारे देश के लिए शहीद हुए हैं. उनका बलिदान हमें लोगों की सेवा करने और हमारे राष्ट्र के लिए उनके सपने को पूरा करने की प्रेरणा देता है.”
I pay homage to Pujya Bapu on his Punya Tithi. I also pay homage to all those who have been martyred for our nation. Their sacrifices inspire us to serve the people and fulfil their vision for our nation.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 30, 2024
प्रधानमंत्री के जीवन से जुड़ी बातों को अक्सर ‘एक्स’ पर साझा करने वाले ‘मोदीआर्काइव’ नामक खाते पर पीएम मोदी की निजी डायरी के कुछ पन्नों को सांझा किया गया है, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के उद्धरणों को लिखा है. इन नोट्स से पता चलता है कि महात्मा गांधी के आदर्शों का उनके जीवन पर बहुत गहरा असर हुआ. इन आदर्शों का असर उनकी कल्याणकारी योजनाओं और सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के उनके मंत्र में भी दिखाई देता है.
We bring to you pages from @narendramodi's personal diary, which demonstrate that not only did he extensively read #MahatmaGandhi, but he also wrote down Gandhi's quotes in his personal diary as something of inspirational value to him. These entries continued to guide his… pic.twitter.com/MCvgCBMCx1
— Modi Archive (@modiarchive) January 30, 2024
पढ़ें प्रधानमंत्री मोदी की डायरी के पन्नों में क्या लिखा है-
“अंहिसा का मेरा पंथ अत्यंत सक्रिय शक्ति है, इसमें कायरता और कमजोरी के लिए कोई जगह नहीं है. इसके जरिए एक हिंसक आदमी के एक दिन अहिंसक होने की आशा होती है, लेकिन कायर के लिए कोई आशा नहीं होती.”
“इंसान की जरूरत के लिए दुनिया में पर्याप्त संसाधन है, लेकिन लालच पूरा करने के लिए साधन कम ही पड़ जाते हैं.”
” मैं सिर्फ और सिर्फ सत्य के लिए समर्पित हूं और सत्य के ही अनुशासन का ही पालन करता हूं.
“मैं सबसे बड़ी संख्या की सबसे बड़ी भलाई के सिद्धांत में विश्वास नहीं करता, 51 प्रतिशत की अच्छाई के लिए 49 प्रतिशत की भलाई का त्याग करना है. यह सिद्धांत एक क्रूर सिद्धांत है. इसके माध्यम से मानवता को काफी नुकसान हुआ है मानवता के लिए एक मात्र सिद्धांत है कि सभी के लिए भलाई के काम में विश्वास करना.”
बता दें, ‘एक्स’ पर ‘मोदीआर्काइव’ ने इसे शेयर करते हुए लिखा कि हम नरेन्द्र मोदी की निजी डायरी के पन्ने आपके साथ साझा कर रहे हैं जो दर्शाते हैं कि उन्होंने न केवल महात्मा गांधी को काफी पढ़ा था, बल्कि अपनी निजी डायरी में गांधी के उद्धरण भी लिखे थे, जिनसे उन्हें प्रेरणा मिलती रही है.
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