Deepfake: डीपफेक के बढ़ते खतरों के बीच तीन दिवसीय जीपी एआई शिखर सम्मेलन की शुरूआत आज यानी मंगलवार से हो रहा है. सम्मेलन का उद्घाटन आज शाम करीब 5 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों किया जाएगा. इस सम्मेलन में सदस्य 30 देशों के अतिरिक्त सऊदी अरब भी हिस्सा ले रहा है. इनकी सहमति पर घोषणा पत्र जारी किया जाएगा.
घोषणा पत्र जारी करने की उम्मीद
नई दिल्ली में भारत मंडपम में ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जीपीएआई) शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि डीपफेक मामले में सदस्य देशों की चिंता समान है. सभी देश इसके हो रहे गलत इस्तेमाल के प्रति चिंतित हैं और इस पर रोक लगाने की इच्छाशक्ति रखते हैं. ऐसे में हमें उम्मीद है कि ब्रिटेन में वैश्विक एआई सुरक्षा शिखर सम्मेलन में बैलेचेले घोषणा पत्र की तरह इस शिखर सम्मेलन में भी सर्वसम्मति से घोषण पत्र जारी किया जाएगा.
Deepfake: भारत में कानून बनाने पर विचार
उन्होंने कहा कि हम इस मामले में पहले से ही एक कानून लाने पर विचार कर रहे हैं. कानून बनाने से पहले कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं. इसके अलावा ऑनलाइन के माध्यम से कई दौर की बैठकें हुई हैं और जल्द ही हम एक निश्चित नतीजे पर पहुंचेंगे.
50 से अधिक GPAI एक्सपर्ट कार्यक्रम में होंगे शामिल
आपको बता दें कि इस शिखर सम्मेलन में देशभर से 50 से अधिक जीपीएआई विशेषज्ञ और 150 से अधिक वक्ता शामिल होंगे. इसके अलावा, इंटेल, रिलायंस जियो, गूगल, मेटा, एडब्ल्यूएस, योटा, नेटवेब, पेटीएम, माइक्रोसॉफ्ट, मास्टरकार्ड, एनआईसी, एसटीपीआई, इमर्स, जियो हैप्टिक, भाषिनी आदि सहित दुनिया भर के शीर्ष एआई गेमचेंजर्स विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. इसमें युवा एआई पहल के अंतर्गत विजेता छात्र और स्टार्ट-अप भी अपने एआई मॉडल और समाधान प्रदर्शित करेंगे.
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