कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में कैसे फंस गए छात्र? IAS कोचिंग सेंटर में हादसे की पूरी डिटेल आई सामने

Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Old Rajendra Nagar Haadsa: राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में शनिवार को एक दुखद हादसा होने की खबर सामने आई थी. ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित ‘RAU’s IAS Study Circle’ के बेसमेंट में अचानक पानी भर गया जिससे 3 छात्र की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी इमारत के बेसमेंट में है, यहीं पर छात्र सिविल सर्विस परीक्षा के तैयारी के लिए पढ़ाई करने आते हैं. शनिवार शाम से लगातार हो रही बारिश के कारण मुख्य सड़क पर पानी लग गया, इसके बाद पानी कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में जाने लगा. देखते ही देखते तेजी से बेसमेंट में पानी भरने लगा. शाम 6.30 के आसपास कोचिंग के बेसमेंट में पूरी तरीके से पानी भर गया.

पुलिस अधिकारियों ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार जिस दौरान वहां पानी भरा उस वक्त बेसमेंट में 35 छात्र छात्राएं मौजूद थे. घटना की शुरुआत में कोचिंग संस्थान के कर्मियों के साथ वहां मौजूद छात्रों ने फंसे लोगों को बचाने का प्रयास किया गया. अधिकांश फंसे छात्रों को तो बाहर निकाल लिया गया, लेकिन कुछ छात्र अंदर फंसे रह गए. पानी तेजी से भरने के कारण अग्निशमन विभाग और पुलिस को सूचना दी गई. करीब 30 मिनट बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और राहत और बचाव कार्य में लग गई, लेकिन उस वक्त तक पानी भर चुका था.

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शाम के समय अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू के काम में दिक्कत का सामना करना पड़ा. इस वजह से एनडीआरएफको बुलाना पड़ा , एनडीआरएफ ने पंप के सहारे बेसमेंट से पानी फ्लश आउट करना शुरू किया. वहीं, गोताखोरों ने तलाश भी शुरू की. इसके बाद वहां से तीन शव बरामद हुए. इस कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों का कहना है कि बेसमेंट में लाइब्रेरी के अलावा एक क्लास रुम भी है. वहीं, अंदर और बाहर जाने के लिए 1 ही रास्ता है. बता दें कि कोचिंग इमारत 400 गज में बनी है, ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग है और चार फ्लोर पर क्लास रूम बनाया गया है.

हादसे के बाद जब मीडिया ने वहां पर अध्यनररत छात्रों से बात की तो पता चला कि हर साल बारिश के सीजन में कोचिंग सेंटर के बाहर और बेसमेंट में पानी भर जाता है. हालांकि, इससे निपटने के लिए कोई स्थायी कदम उठाने का काम नहीं किया जाता है. छात्रों का कहना है कि ओल्ड राजेंद्र नगर के 80 फीसदी से अधिक कोचिंग संस्थान में बेसमेंट में ही लाइब्रेरी बनी है. कुछ देर की ही बारिश में ही यहां पर पानी भर जाता है. अब तक अमसीडी ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. हादसे के बाद दिल्ली की आमआदमी पार्टी की सरकार ने इस हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि जिन लोगों की लापरवाही के कारण यह घटना हुई उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कोचिंग संस्थान में पढ़ रहे छात्रों का कहना है कि राव कोचिंग संस्थान की बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में आने जाने के लिए बायोमैट्रिक गेट का प्रयोग करना होता है. छात्रों का कहना है कि बायोमैट्रिक गेट होने के कारण जैसे ही पानी भरा वह फेल हो गया और छात्र लाइब्रेरी में ही फंस गए. हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि पानी में करंट दौड़ने के कारण इन छात्रों की मौत हुई है.

तीन मृत छात्रों में से एक श्रेया यादव के रिश्तेदार धर्मेंद्र यादव ने कहा, “मुझे कोचिंग संस्थान या प्रशासन से आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली. मैंने खबर देखी और वहां पहुंचा, मैं मुर्दाघर गया और उनसे पहचान के लिए चेहरा दिखाने को कहा लेकिन उन्होंने यह कहकर इनकार कर दिया कि यह पुलिस का मामला है. उन्होंने मुझे एक कागज दिखाया जिसमें उसका (श्रेया यादव) नाम लिखा था. जब छात्रों के मृत होने की खबरें आने लगीं. जब मैंने उसे (श्रेया यादव) फोन किया लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था. जब कोचिंग संस्थान को फोन किया लेकिन वो भी बंद था, संस्थान का दूसरा नंबर लगाया तब किसी ने उठाया तो उन्होंने कहा कि हां यहां पर बचाव अभियान चल रहा है. घटना में दो की मौत हुई है लेकिन नाम तो नहीं बताऊंगा. मेरी मांग है कि कोचिंग इंस्टीट्यूट के मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.”

द प्रिंटलाइंस-

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