सांता क्लॉस नहीं हनुमानजी की पूजा के लिए बच्चों को करें प्रेरित, क्रिसमस डे को लेकर धीरेंद्र शास्त्री की विवादित टिप्पणी

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Dhirendra Shastri Controversial Statement:  बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री कई बार अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. एक बार फिर उन्होंने क्रिसमस को लेकर विवादित बयान दिया है. धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि क्रिसमस डे का सेलिब्रेशन पश्चिमी सभ्यता का प्रतीक है,  सनातन को मानने वाले लोगों को इस संस्कृति का अनुसरण नहीं करना चाहिए. बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों से अपील की कि वह अपने बच्चों को सांता क्लॉस के बजाय हनुमानजी की पूजा के लिए प्रेरित करें.

क्रिसमस पर क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री 

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “यह क्रिसमस सनातनी संस्कृति के अनुरूप नहीं  है. अभिभावकों को अपने बच्चों को सांता क्लॉस के पास ना भेजकर आसपास के मंदिरों में हनुमानजी के पास भेजना चाहिए. आज मातृ-पितृ पूजन, तुलसी पूजन दिवस भी है. मातृ-पितृ पूजन कराया जाए, तुलसी पूजन कराया जाए. सांता क्लॉस आएगा गिफ्ट लाएगा. ये क्या हम पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण कर रहे हैं? भारतीय और सनातनियों को इस पर विचार करना चाहिए और पाश्चात्य संस्कृति का बहिष्कार करना चाहिए. अभिभावकों को अपने बच्चों को हनुमानजी, मीराबाई और स्वामी विवेकानंद के आदर्शों की तरफ प्रेरित करना चाहिए, ना कि पाश्चात्य संस्कृति की तरफ”

पहले भी विवादित बयान देकर चर्चा में रहे हैं धीरेंद्र शास्त्री

आपको बता दें कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. वो अपने बयानों को लेकर कई बार चर्चा में रहे हैं. हाल ही में उनपर शिरडी के साईं बाबा को लेकर विवादित बयान देने का भी आरोप लगा था. इस मामले पर उनके खिलाफ मुंबई में मामला दर्ज करने की भी मांग की गई थी. यह शिकायत शिरडी के साईं संस्थान के पूर्व ट्रस्टी राहुल कनाल ने की थी.
दरअसल, इस दौरान आरोप लगा था कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि हमारे धर्म में शंकराचार्य का सबसे बड़ा स्थान है. उन्होंने साईं बाबा को देवताओं का स्थान नहीं दिया है. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता.  हालांकि जब इस मामले पर विवाद गहराने लगा तो धीरेंद्र शास्त्री ने माफी भी मांग ली थी.

More Articles Like This

Exit mobile version