Emmanuel Macron Visit India: रोड शो के दौरान खुली छत वाले वाहन पर दिखे PM मोदी और मैक्रोन, लोगों ने किया स्‍वागत

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Emmanuel Macron Visit India: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्‍य अतिथि हैं. आज वे 2 दिन के राजकीय दौरे पर भारत पहुंचे. पहले दिन पेरिस से दिल्ली न जाकर वह सीधे जयपुर में आए हैं. वो गुरुवार दोपहर 2:30 बजे राजस्थान के जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे. यहां विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनका स्वागत किया. इसके बाद मैक्रों आमेर फोर्ट पहुंचे. आमेर किला पर मैक्रों के साथ विदेश मंत्री जयशंकर और राजस्थान की डिप्टी CM दीया कुमारी भी मौजूद रहीं. इस दौरान उन्होंने राजस्थान का पारंपरिक कच्छी घोड़ी लोक नृत्य देखा. साथ ही स्कूल-कॉलेज के छात्रों से मुलाकात की.

जंतर-मंतर पर PM मोदी से मिले

कुछ देर बाद पीएम मोदी भी जंतर-मंतर पहुंच गए. वहां फ्रांस के राष्ट्रपति और पीएम मोदी की मुलाकात हुई. पीएम मोदी ने गुलदस्ता देकर फ्रांस के राष्ट्रपति और उनके साथ आए डैलीगेशन का जयपुर के जंतर-मंतर में स्वागत किया. यहां दोनों ने सम्राट यंत्र को देखा. यह जंतर-मंतर पर सबसे बड़ा यंत्र है. इसकी ऊंचाई 90 फीट है.

मोदी-मैक्रों ने रोड शो किया

शाम करीब 6:45 बजे PM मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों का रोड शुरू हुआ. डेढ़ किलोमीटर लंबे इस रोड शो के दौरान राष्ट्रपति मैक्रों और PM मोदी ने हवा महल देखा. इसे देखते समय मैक्रों ने 2 सवाल भी पूछे. पहला- हवा महल में कितनी खिड़कियां हैं. दूसरा- इसमें लगे शीशे का रंग नीला क्यों है.

खुली छत वाले वाहन पर दिखे पीएम मोदी और मैक्रोन, लोगों ने किया स्‍वागत

रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी व राष्ट्रपति मैक्रों खुली छत वाले वाहन में खड़े थे. दोनों नेताओं ने सड़क के दोनों ओर खड़े जनसमूह का अभिवादन स्वीकार किया. लोगों ने ‘मोदी मोदी’ के नारे भी लगाए. उनपर अनेक जगह फूलों की वर्षा की गई. मैक्रों 26 जनवरी को दिल्ली में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं.

दुनिया की सबसे बड़ी आधुनिक वेधशाला है जंतर मंतर

जंतर मंतर महाराजा सवाई जय सिंह द्वारा स्थापित एक प्रसिद्ध सौर वेधशाला है. इसे जुलाई 2010 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था. यह आजादी से सदियों पहले भारत की विशेषज्ञता और वैज्ञानिक प्रगति का नमूना है. इसमें अठारह उपकरणों का एक सेट शामिल है और यह दुनिया की सबसे बड़ी पत्थर वेधशाला है.

जंतर-मंतर में अनेकों उपकरण हैं, जिनमें से प्रमुख ये हैं…

लघु सम्राट यंत्र एक सन डायल है जो स्थानीय समय को 20 सेकंड की सटीकता से कैलिब्रेट करने में मदद कर सकता है. उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थित त्रिकोणीय दीवार के दोनों ओर चतुर्भुज हैं. दीवार की छाया चतुर्भुजों पर समान समय अंतराल में समान दूरी तय करती है. इस गतिविधि को स्थानीय समय को पढ़ने के लिए अंशांकित किया गया है. पश्चिमी और पूर्वी चतुर्थांशों को क्रमशः सुबह और दोपहर के खंडों के लिए 6 घंटे के उप-विभाजनों में विभाजित किया गया है. प्रत्येक घंटे को चार 15 मिनट के डिवीजनों में विभाजित किया गया है, जिन्हें पांच मिनट और एक मिनट के डिवीजनों में विभाजित किया गया है. प्रत्येक एक मिनट के विभाजन को प्रत्येक 20 सेकंड के तीन प्रभागों में विभाजित किया गया है.

सन डायल जिसका उपयोग गोलार्धों में सूर्य की स्थिति निर्धारित करने के लिए किया जाता है. इसे दो भागों में बनाया गया है – एक यह दर्शाता है कि सूर्य कब उत्तरी गोलार्ध में होता है (मार्च से सितंबर) और दूसरा यह दर्शाता है कि सूर्य दक्षिणी गोलार्ध में होता है (सितंबर से मार्च). लोहे की छड़ (ग्नोमन) की छाया जयपुर शहर के स्थानीय समय को दर्शाती है. इन उपकरणों को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में सूर्य की कोणीय स्थिति के आधार पर रखा जाता है.यह दुनिया का सबसे बड़ा सन डायल है, जो दो सेकंड की सटीकता के साथ स्थानीय समय दिखाता है. बीच में दीवार जो स्थानीय अक्षांश के कोण के साथ उत्तर-दक्षिण दिशा में रखी गई है, जो कि 27º N है. दीवार की छाया पूर्वी और पश्चिमी चतुर्थांश पर समान समय अंतराल में समान दूरी तय करती है. इस गतिविधि को स्थानीय समय को पढ़ने के लिए अंशांकित किया गया है. पश्चिमी और पूर्वी चतुर्थांश को 6 घंटों में विभाजित किया गया है. प्रत्येक घंटे को 15 मिनट और बाद में 1 मिनट के भागों में बांटा गया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति को पिलाई राजस्‍थानी चाय

रोड शो खत्म करने के बाद दोनों नेताओं ने जयपुर की गलियों में शॉपिंग की. इस दौरान Pm मोदी ने मौक्रों को UPI पेमेंट डिजिटल सिस्टम के बारे में जानकारी दी. उन्होंने 500 रुपए में राम मंदिर का मॉडल खरीदा और UPI पेमेंट किया. इसे तुरंत राष्ट्रपति मैक्रों को गिफ्ट कर दिया. इसके बाद पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को राजस्‍थानी चाय पिलाई. उसके बाद रात में दोनों देशों के शीर्ष नेता चाय पर चर्चा करते नजर आए. यहां एक वीडियो में आप देख सकते हैं कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों कैसे पीएम मोदी के साथ जयपुर में एक टी-स्‍टॉल पर चाय पी रहे हैं. चाय पीने के बाद पीएम मोदी ने खुद चाय का पेमेंट किया. वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी फोन से ही चाय का पेमेंट करते हैं.

चाय पर चर्चा और यूपीआई से खर्चा क्यों

मैक्रों के साथ इस तरह चाय पर चर्चा और फिर यूपीआई से पेमेंट करना यह दर्शाता है कि भारत आज डिजिटल पेमेंट में दुनिया के बाकी देशों से बहुत आगे जा चुका है. यहां पर दुनिया के किसी भी देश से ज्‍यादा यूपीआई के यूजर हैं.

दुनिया के बहुत-से देशों में अभी ये सुविधा है ही नहीं. पीएम मोदी ने कैशलैस इकोनॉमी के सपने को साकार करने की दिशा में बडा फैसला लिया था.

 

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