यूएई के राजदूत अब्दुलनासिर अलशाली ने भारत और यूएई के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया और यूएई-भारत सीईपीए काउंसिल जैसी प्रमुख पहलों का उल्लेख किया, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है. राजदूत अलशाली ने ANI को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यूएई और सीईपीए काउंसिल भारत में व्यापार घटनाओं और व्यापार राउंडटेबल्स का आयोजन कर रहे हैं.”
आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, यूएई-भारत सीईपीए काउंसिल 10 जनवरी 2024 को Vibrant Gujarat Summit के दौरान लॉन्च की गई थी. यह एक संयुक्त यूएई और भारतीय सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के व्यापार समुदायों को यूएई-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते के लाभों का पूरी तरह से लाभ उठाने में मदद करना है, जो 1 मई 2022 से प्रभावी हुआ था.
महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने पर जोर
राजदूत ने आगे कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम उद्यमियों, विशेष रूप से महिला उद्यमियों के साथ जुड़ें. यूएई में 23,000 महिलाएं 30 अरब डॉलर का प्रबंधन कर रही हैं और भारत में भी ऐसा ही है.” भारतीय महिला उद्यमियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “भारत में महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में शानदार काम कर रही हैं, उन्होंने महान विचारों को लागू किया है और उन्हें सफल व्यवसायों में बदल दिया है. यह महत्वपूर्ण है कि इन व्यवसायों को सराहा जाए और द्विपक्षीय व्यापार और संबंधों की चर्चा करते समय इनका ध्यान रखा जाए.”
भारत-यूएई संबंधों में प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका
राजदूत अलशाली ने भारत-यूएई संबंधों पर बात करते हुए कहा, “यह बहुत अच्छा चल रहा है, विशेष रूप से यूएई सीईपीए काउंसिल के साथ, क्योंकि यही मुख्य ध्यान है.” उन्होंने कहा, “यदि हम संख्याओं में वृद्धि देखना चाहते हैं, तो छोटे और मझोले उद्यमों और उद्यमियों पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर उन्होंने कहा, “आपको यह सोचना होगा कि पीएम मोदी यूएई और उसके नेतृत्व के प्रति बहुत प्रशंसा रखते हैं और यह स्वाभाविक रूप से हमारे प्रयासों को बहुत उच्च गति देता है.”
भारत-यूएई संबंधों का ऐतिहासिक महत्व
भारत-यूएई संबंधों के बारे में अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा, “यूएई-भारत संबंध ऐतिहासिक और प्राचीन हैं.” उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संस्कृति और व्यापार जैसे पहलुओं में लोगों से लोगों का संबंध सैकड़ों साल पुराना है और यह हमेशा ऐसा रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी और मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान जैसे नेता इस संबंध को और भी आगे बढ़ा रहे हैं, इसके लिए हम बहुत आभारी हैं.